jaipur, 21 जून . Rajasthan यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने इस मामले में राज्य Government पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला करार देते हुए Government की मंशा पर सवाल उठाए.
पायलट ने कहा कि Government विरोध की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन और Police का दुरुपयोग कर रही है.
सचिन पायलट ने तल्ख लहजे में कहा, “Government का यह रवैया साफ है, जो हमारे खिलाफ बोलेगा, जो लड़ेगा, उसे कुचल देंगे. यह निंदनीय और अलोकतांत्रिक है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन और धरना देना हर नागरिक का संवैधानिक हक है और विपक्ष का दायित्व है कि वह जनता की आवाज उठाए. लेकिन Government ऐसी कार्रवाइयों से गलत संदेश दे रही है. यह लोकतंत्र के लिए खतरा है. Government इस तरीके की कार्रवाई करके जो संदेश देने का काम कर रही है, उसे जायज नहीं ठहराया जा सकता. वह निंदनीय है.”
उदयपुर संभाग के सबसे बड़े एमबी चिकित्सालय स्थित दिलशाद हॉस्टल में एक युवा डॉक्टर रवि शर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला गर्मा गया है.
पायलट ने इस घटना का जिक्र करते हुए Government की लापरवाही पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि हाल ही में उदयपुर में एक डॉक्टर के साथ दुखद घटना घटी और अब इस युवा की मौत के कारण लोग विरोध और प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसी परिस्थितियां क्यों पैदा हो रही हैं? यह स्पष्ट रूप से सिस्टम में कमियों की ओर इशारा करता है. कहीं न कहीं प्रशासन और Government के काम करने का तरीका, लापरवाही, लापरवाही वाला रवैया, गंभीरता की कमी को दर्शाता है, जिससे युवा डॉक्टर की मृत्यु हुई.
उन्होंने आगे कहा कि उसके परिवार और सहकर्मी न्याय की मांग कर रहे थे. इस मामले को सुलझा लिया गया और Government ने कार्रवाई की, जिससे परिवार संतुष्ट हो गया, लेकिन इसमें अनुचित रूप से लंबा समय लग गया. अगर Government ने पहले ही संवेदनशीलता दिखाई होती, तो पीड़ित परिवार को इतनी तकलीफ नहीं झेलनी पड़ती.
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एकेएस/एबीएम