जयपुर, 21 जून . अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के 11वें संस्करण का उत्साह आज राजस्थान में चरम पर दिखा. ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ की थीम के साथ, राज्य के विभिन्न हिस्सों में हजारों लोगों ने योगाभ्यास कर स्वस्थ जीवन और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. वहीं, प्रदेश के मुखिया भजनलाल शर्मा जैसलमेर के खुहड़ी गांव पहुंचे. यहीं उन्होंने योगाभ्यास किया.
सरहदी जिले जैसलमेर के मखमली धोरों से लेकर बीकानेर, सीकर, जोधपुर और नागौर तक, योग के इस वैश्विक उत्सव ने लोगों को एकजुट किया.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों तक, सभी ने योग को जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया.
यह आयोजन न केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला रहा, बल्कि राजस्थान की सांस्कृतिक और अमर धरोहर को भी वैश्विक मंच पर उजागर करने में सफल रहा.
जैसलमेर के खुहड़ी गांव में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने स्वयं योगाभ्यास में हिस्सा लिया.
विश्व प्रसिद्ध मखमली धोरों पर सुबह 7 बजे शुरू हुए इस भव्य आयोजन में हजारों की संख्या में स्थानीय लोग, भाजपा कार्यकर्ता और स्कूली बच्चे शामिल हुए. जिला कलेक्टर प्रतापसिंह ने कार्यक्रम की तैयारियों को चाक-चौबंद रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे.
सीएम ने कहा, “योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है, बल्कि यह आत्मिक जागरूकता और सामाजिक एकता का माध्यम भी है.”
उन्होंने प्रदेशवासियों से योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने का आह्वान किया. इस आयोजन ने खुहड़ी के पर्यटन को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
बीकानेर में, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने जूनागढ़ परिसर में योगाभ्यास किया. डीआईजी अशोक कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि मानसिक शांति और अनुशासन का स्रोत है. बीएसएफ के जवान इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाकर देश सेवा के साथ-साथ स्वस्थ रहने का संदेश दे रहे हैं.”
जवानों ने ताड़ासन, भद्रासन, कपालभाति प्राणायाम और शांति पाठ जैसे योगासनों का अभ्यास किया, जिसका समापन ‘योग के लिए संकल्प’ के साथ हुआ.
सीकर में जिला स्तरीय योगाभ्यास कार्यक्रम में पूर्व सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा और अन्य जनप्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.
स्कूली बच्चों, प्रशासनिक अधिकारियों और शहरवासियों ने सामूहिक योगाभ्यास कर ‘करो योग, रहो निरोग’ का संदेश दिया. प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण और योग को जीवन में अपनाने की शपथ भी ली.
जोधपुर में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “योग संतुलन, शांति और एकाग्रता का प्रतीक है. यह वैश्विक स्तर पर 170 देशों में एक साथ मनाया जा रहा है.”
उन्होंने योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने की अपील की. नागौर में, बारिश के बावजूद लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ. जिला स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में किसान आयोग के अध्यक्ष सीआर चौधरी, जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में योगासनों का अभ्यास किया गया. त्रिकोणासन, वज्रासन, शवासन और भ्रामरी प्राणायाम जैसे आसनों ने प्रतिभागियों को शारीरिक और मानसिक लाभ प्रदान किए.
इस वर्ष की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ ने योग की समग्र दृष्टि को रेखांकित किया, जो मानव, प्रकृति और पर्यावरण के बीच संतुलन को बढ़ावा देती है.
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एसएचके/केआर