विशाखापत्तनम, 21 जून 2025 . अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में विशाल योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विशाखापत्तनम में आयोजित विशाल योग कार्यक्रम का नेतृत्व किया. योगांध्र 2025 में प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी शामिल हुए. मंच से प्रधानमंत्री ने योग की बढ़ती महत्ता को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि यह आयोजन न केवल देश में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है.
पीएम ने कहा, ” दुर्भाग्य से दुनिया किसी न किसी तनाव से गुजर रही है. अशांति अस्थिरता बढ़ रही है ऐसे में योग से हमें शांति की दिशा मिलती है. मैं विश्व समुदाय से आज के इस महत्वपूर्ण अवसर पर एक आग्रह करूंगा कि जहां योग सिर्फ पर्सनल प्रेक्टिस न रहे बल्कि ग्लोबल पार्टनरशिप का माध्यम बने. योग को लोकनीति का हिस्सा बनाएं.
जब जनता लक्ष्य को थाम लेती है तो उस लक्ष्य की प्राप्ति से हमें कोई रोक नहीं पाता. आपके प्रयास यहां इस आयोजन में नजर आ रहे हैं. मी टु वी का भाव भारत की आत्मा का साथ है. जब व्यक्ति अपने हित से ऊपर उठकर समाज की सोचता है तभी पूरी मानवता का हित होता है. भारत की संस्कृति हमें सर्वे भवंतु सुखन: रही है.”
इस दौरान पीएम मोदी बोले- अभी नेवी के जहाज में भी योग कार्यक्रम चल रहा है. चाहे ओपेरा हाउस की सीढ़ियां हों या एवरेस्ट की चोटियां या समुंदर का विस्तार हो एक ही संदेश आता है कि योग सभी का है और सभी के लिए है. विशाखापट्टनम के लोगों ने इतना अच्छा आयोजन किया है कि सीएम चंद्रबाबू और पवन कल्याण गारू को बधाई देता हूं.
प्रधानमंत्री ने योग का अर्थ दुनिया को जोड़ना बताया. पीएम मोदी ने कहा- देश और दुनिया के सभी लोगों को इंटरनेशनल योग डे की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. आज 11वीं बार पूरा विश्व 21 जून को एकसाथ योग कर रहा है. योग का सीधा सादा अर्थ होता है जुड़ना और ये देखना सुखद है कि कैसे योग ने पूरे विश्व का जोड़ा है.
आज योग करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है. मुझे गर्व होता है जब मैं देखता हूं कि हमारे दिव्यांग साथी ब्रेल में योग शास्त्र पढ़ते हैं. वैज्ञानिक अंतरिक्ष में योग करते हैं. गांव-गांव में युवा साथी योग ओलिंपियाड में भाग लेते हैं.
बता दें, इस कार्यक्रम में 40 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और योग प्रेमी भाग ले रहे हैं, जिससे भारत का योग संदेश वैश्विक पटल पर और सशक्त हो रहा है.
कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए व्यापक तैयारियाँ की गई थीं, जिसमें सुरक्षा, तकनीकी और व्यवस्थात्मक पहलुओं का विशेष ध्यान रखा गया.
आरके बीच पर एक साथ 3.19 लाख लोगों के योग करने की व्यवस्था की गई है. अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, राज्य, देश और दुनिया भर के आठ लाख स्थानों से प्रतिभागियों के शामिल होने की उम्मीद है.
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केआर/