बिहार : जब 2019 के चुनाव में पीएम मोदी की आत्मीयता ने जीता कार्यकर्ताओं का दिल, मोदी स्टोरी ने शेयर किया वीडियो

New Delhi, 20 जून . Prime Minister Narendra Modi Friday को बिहार के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने सिवान में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया और करीब 5,900 करोड़ रुपए की लागत से आवास, शहरी विकास, जल शक्ति, विद्युत और रेल से जुड़ी 28 परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसी बीच पीएम मोदी से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है. जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक मिथिलेश कुमार तिवारी 2019 Lok Sabha चुनाव के प्रचार को लेकर एक किस्सा बता रहे हैं कि कैसे चुनावी कार्यक्रम में एक कार्यकर्ता चोटिल हो गए और पीएम मोदी लगातार कार्यकर्ता के स्वास्थ का फॉलोअप ले रहे थे.

उन्होंने वीडियो में बताया कि कैसे पीएम मोदी की आत्मीयता और संवदेनशीलता ने कार्यकर्ताओं का दिल जीता और वह कैसे अन्य नेताओं से अलग हैं. यह वीडियो मोदी स्टोरी नाम के social media प्लेटफॉर्म एक्स से शेयर किया गया है.

वीडियो में भाजपा नेता मिथलेश कुमार तिवारी बताते नजर आ रहे हैं कि 2019 Lok Sabha चुनाव का प्रचार चल रहा था, जमुई के खैरा में पीएम मोदी की जनसभा थी, यह इस चुनाव में बिहार में उनकी पहली रैली थी. उसी दिन उनकी 2 रैलियां एक खैरा और दूसरी गया में थी. जब पीएम मोदी की खैरा में जनसभा खत्म हुई और वो गया के लिए जाने वाले थे तो उस समय एक घटना हुई. उसी दौरान मंच पर काम कर रहे एक कार्यकर्ता अचानक गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए और उसके सिर में चोट आ गई थी.

उन्होंने बताया कि पीएम मोदी को तुरंत अगले कार्यक्रम के लिए निकलना था. लेकिन, वह तब तक वहीं रुके रहे, जब तक उस घायल कार्यकर्ता को अस्पताल ले जाने के लिए कार में नहीं बैठाया, पीएम मोदी तब तक वहां से हिले नहीं.

मिथलेश कुमार तिवारी ने बताया कि उस गाड़ी में मैं भी था. कार्यकर्ता को जमुई के एक अस्पताल में लेकर गए. पीएम मोदी हेलीकॉप्टर में बैठे थे, फिर उन्होंने फोन कर पूछा की कार्यकर्ता की तबीयत कैसी है? पीएम मोदी वहां से रवाना होने के बाद भी लगातार कार्यकर्ता की स्थिति का फॉलोअप ले रहे थे. उन्होंने कार्यक्रम शुरू होने से पहले, कार्यक्रम के दौरान और उसके बाद भी कॉल करके कार्यकर्ता के स्वास्थ्य की जानकारी ली.

उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने यह भी निर्देश दिया कि अगर जमुई अस्पताल की व्यवस्था ठीक न हो तो कार्यकर्ता को Patna लेकर जाएं. गया से निकालने के बाद भी पीएम मोदी ने मुझे तीन बार फोन किया और एक बार उनके अधिकारी ने मुझे बात की. तब मुझे लगा कि पीएम मोदी कार्यक्रम में कार्यकर्ता के चोट लगने पर इतने संवेदनशील हैं. पीएम मोदी जहां जाते वहां की भाषा में उनको नमस्कार करते हैं. उस जगह के बारे में भी पूरी जानकारी लेते हैं, यह अन्य लोगों से उनको अलग बनाता है.

एसके/जीकेटी