नई दिल्ली, 19 जून . समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व सांसद एसटी हसन के योग दिवस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर भाजपा हमलावर है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार दिया है.
शहजाद पूनावाला ने समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को सांप्रदायिक पार्टी कहा जाना चाहिए. वे वोट बैंक को खुश करने में लगे रहते हैं और अब योग में भी उन्हें हिंदू-मुस्लिम नजर आने लगा है. संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के भारत के प्रस्ताव का 170 से ज्यादा देशों ने समर्थन किया, जिसमें कई मुस्लिम देश भी शामिल थे. यह हिंदू-मुस्लिम मुद्दा नहीं बना. अब जब सरकारी दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों के स्वास्थ्य के लिए 10-15 मिनट शारीरिक गतिविधि करने का प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है, तब एसटी हसन इसे सांप्रदायिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने एसटी हसन पर तंज कसते हुए कहा कि यह तो कई बार यूसीसी के मुद्दे पर कह चुके हैं कि अगर यूसीसी आएगा तो चार शादी का अधिकार नहीं मिलेगा. यह यूसीसी का विरोध करते हैं. यह वही पार्टी है, जिसे एक मामले में कोर्ट से फटकार लगाई गई थी. कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा था कि आतंकियों को छोड़ रहे हो, क्या आगे चलकर उन्हें पदमश्री या पदमभूषण देंगे?
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने योग दिवस पर कर्मचारियों को दिए जाने वाले विशेष ब्रेक को लेकर सवाल उठाए.
हसन ने कहा, “योग दिवस पर ब्रेक देने की कोई आवश्यकता नहीं है. कर्मचारी चाहें तो घर से योग करके कार्यालय आ सकते हैं. जब मुसलमानों को नमाज के लिए आधे घंटे का भी ब्रेक नहीं दिया जाता, तो योग के लिए विशेष ब्रेक देना कहां तक उचित है?”
उन्होंने आगे कहा कि हम योग के विरोध में नहीं हैं. यह एक अच्छी चीज है, लेकिन सरकार को दोहरा रवैया नहीं अपनाना चाहिए. यदि योग दिवस पर ब्रेक दिया जा रहा है, तो फिर मुस्लिम कर्मचारियों को नमाज के लिए भी ब्रेक दिया जाना चाहिए.
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डीकेएम/एबीएम