अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की जनरल असीम मुनीर से मुलाकात, शिवसेना सांसद संजय राउत का तीखा हमला

Mumbai , 19 जून . अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप द्वारा व्हाइट हाउस में Pakistan के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की मेजबानी को लेकर India में सियासी हलचल तेज हो गई है. शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने इस मुलाकात पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्र Government और Prime Minister Narendra Modi की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं. राउत ने जनरल मुनीर को कश्मीर के पहलगाम हमले का जिम्मेदार ठहराते हुए इस निमंत्रण को India के लिए अपमानजनक बताया.

राउत ने कहा, “Pakistan के जनरल असीम मुनीर, जिन्हें India पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड मानता है, उन्हें व्हाइट हाउस में विशेष रूप से आमंत्रित किया गया. यह हमारे देश के लिए चौंकाने वाला है. जनरल मुनीर पर हमारी बहनों के सिंदूर को नष्ट करने का आरोप है, फिर भी President ट्रंप उनका सम्मान कर रहे हैं. इस पर Prime Minister Narendra Modi, विदेश मंत्री एस. जयशंकर या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की क्या राय है? हम यह जानना चाहते हैं. Government को इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.”

राउत ने इस मौके पर शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि यह मुकाम हासिल करना आसान नहीं था. शिवसेना की यात्रा संघर्षों, बलिदानों और अड़चनों से भरी रही है. बालासाहेब ठाकरे ने इस पार्टी को उस मुकाम तक पहुंचाया. हमने कई हमले सहे और आगे भी सहेंगे. शिवसेना ने विपक्ष में रहकर भी उल्लेखनीय कार्य किया और सत्ता में रहते हुए भी जनहित के निर्णय लिए. शिवसेना कभी सत्ता के लिए नहीं झुकी और न ही समझौते किए.

उन्होंने केंद्र Government पर भी निशाना साधते हुए कहा, “आज देश में डी कंपनी का शासन है. भाजपा यानी ‘डरपोक’ Government दिल्ली में चल रही है. केवल शिवसेना ही इन डरपोकों और देशद्रोहियों के खिलाफ सीना ठोककर लड़ रही है.”

राउत ने Maharashtra में शिंदे गुट पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका लक्ष्य राज्य को नुकसान पहुंचाना है. ऐसा गुट यदि सत्ता में रहा, तो यह शाहू, फुले, और आंबेडकर के Maharashtra का दुर्भाग्य होगा.”

उन्होंने शिंदे गुट पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी शिवसेना नकली है और उनके पोस्टरों पर बालासाहेब ठाकरे का फोटो लगाना ढोंग है. उनके असली नेता मोदी और अमित शाह हैं. उन्हें Gujarat में स्थापना दिवस मनाना चाहिए; Maharashtra से उनका कोई लेना-देना नहीं है.”

राउत ने उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के एकजुट होने की संभावना पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, “राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे अगर साथ आएं और Maharashtra की बागडोर संभालें, तो यह जनता की इच्छा है. यह एक भावनात्मक विषय है, और मुझे लगता है कि उद्धव ठाकरे आज शाम के कार्यक्रम में इस पर अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे. हम Maharashtra की जनता से कहना चाहते हैं कि मराठी व्यक्ति के कल्याण, राज्य के स्वाभिमान और Mumbai के अधिकार के लिए बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना त्याग करने को तैयार है.”

राउत ने महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के भविष्य पर भी टिप्पणी की और कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में गठबंधन मजबूती से लड़ेगा. शिवसेना एमवीए के साथ है, लेकिन अपने हिंदुत्व, मराठी अस्मिता और अन्याय के खिलाफ लड़ाई के विचारों को कभी नहीं छोड़ेगी.”

एकेएस/केआर