तेल अवीव, 19 जून . इजरायली Prime Minister बेंजामिन नेतन्याहू के अनुसार वर्ल्ड लीडर्स ने इजरायली सेना के दृढ़ संकल्प और उपलब्धियों को सराहा है.
इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष की शुरुआत बीते Friday से हुई. नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ शुरू करने की घोषणा की, जो ईरान के परमाणु हथियारों के खतरे को कम करने के लिए एक टारगेटेड सैन्य अभियान है.
इसके बाद तेहरान की ओर से तीव्र और आक्रामक जवाबी कार्रवाई शुरू हुई, जिससे क्षेत्र एक व्यापक युद्ध के कगार पर पहुंच गया.
नेतन्याहू ने Wednesday को राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा “मुझे आपको बताना चाहिए कि मैं विश्व नेताओं से बात करता हूं. वह हमारे दृढ़ संकल्प और हमारी सेना की उपलब्धियों से बहुत प्रभावित हैं. वह आपसे, इजरायल के नागरिकों से, आपकी दृढ़ भावना और आपकी दृढ़ता से भी बहुत प्रभावित हैं.”
अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप से मिले उनके समर्थन को लेकर इजरायली Prime Minister ने कहा, “मैं इजरायल के एक महान मित्र President डोनाल्ड ट्रंप को हमारे साथ खड़े होने और इजरायल के एयरस्पेस की रक्षा में मदद करने में अमेरिका के सपोर्ट के लिए धन्यवाद देता हूं. हम अक्सर बात करते हैं, जिसमें पिछली रात की बातचीत भी शामिल है. हमारी बातचीत बहुत गर्मजोशी से हुई. मैं ट्रंप को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं.”
नेतन्याहू ने कहा कि ईरान के खिलाफ ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ अभियान का उद्देश्य इजरायल के लिए दो अस्तित्वगत खतरों को दूर करना था. हम पर परमाणु खतरा और बैलिस्टिक मिसाइल का खतरा है. इजरायल इन खतरों को दूर करने के लिए कदम-दर-कदम आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा, “हम तेहरान के एयरस्पेस को कंट्रोल करते हैं. हम अयातुल्ला शासन पर बहुत जोरदार हमला कर रहे हैं. हम न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन्स, मिसाइल्स, कमांड सेंटर्स और शासन के प्रतीकों पर हमला कर रहे हैं. हमें बहुत नुकसान हो रहा है लेकिन हम देखते हैं कि घरेलू मोर्चा मजबूत है. लोग मजबूत हैं, और इजरायल राज्य पहले से कहीं अधिक मजबूत है. मैंने Governmentी मंत्रालयों को उन सभी लोगों की सहायता करने का निर्देश दिया है, जिन्हें नुकसान पहुंचा है.”
नेतन्याहू ने यह भी उल्लेख किया है कि गाजा पट्टी में ‘तीव्र लड़ाई’ जारी है. उन्होंने कहा कि इजरायल पीछे नहीं हटेगा. वह दो कार्यों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है- “हमास को हराना और हमारे सभी बंधकों को वापस लाना, चाहे वह जीवित हों या मृत. खेद के साथ इतना जरूर कहूंगा कि, हाल के दिनों में भी हमारे वीर सैनिक मारे गए हैं. मैं परिवारों के दुख में शामिल हूं. हम Government और पूरे देश की ओर से उन्हें संवेदनाएं भेजते हैं. हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक हमास को हरा नहीं देते.”
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आरएसजी/केआर