जाग्रेब, 18 जून . Prime Minister Narendra Modi Wednesday को क्रोएशिया की राजधानी जाग्रेब पहुंचे, जहां भारतीय समुदाय और स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. यह किसी भी भारतीय Prime Minister की क्रोएशिया की पहली ऐतिहासिक यात्रा है, जिससे दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नया अध्याय जुड़ने की उम्मीद जताई जा रही है.
Prime Minister मोदी की यह यात्रा तीन देशों के दौरे का अंतिम पड़ाव है, जिसमें वे साइप्रस होते हुए कनाडा के कानानास्किस में आयोजित Tuesday के जी-7 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए.
जाग्रेब स्थित फ्रांजो तुजमैन एयरपोर्ट पर Prime Minister मोदी का भव्य स्वागत खुद क्रोएशिया के Prime Minister आंद्रेज प्लेंकोविच ने किया. पीएम मोदी ने इस आत्मीयता के लिए social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर आभार जताते हुए कहा, “यह एक विशेष यात्रा है. मैं Prime Minister आंद्रेज प्लेंकोविच द्वारा एयरपोर्ट पर स्वागत किए जाने के इस विशेष भाव के लिए आभारी हूं.”
Prime Minister की मोटरकेड के जाग्रेब पहुंचते ही सड़कों पर बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के लोग और स्थानीय नागरिक एकत्रित हो गए. “मोदी-मोदी”, “India माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों के बीच पारंपरिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं, जिन्हें देखकर Prime Minister मुस्कराते नजर आए.
पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों के साथ वैदिक श्लोकों का उच्चारण किया और कुछ नागरिकों से बातचीत भी की.
क्रोएशियाई Prime Minister प्लेंकोविच ने कहा कि यह यात्रा एक महत्वपूर्ण भू-Political समय पर हो रही है और इससे द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए एक नया अध्याय शुरू हो रहा है.
Prime Minister मोदी ने अपनी यात्रा से पहले कहा था कि वह President जोरान मिलानोविच और Prime Minister प्लेंकोविच के साथ मुलाकातों की प्रतीक्षा कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह यात्रा आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समझ को मजबूत करने और India के प्रयासों को समर्थन देने वाले देशों का धन्यवाद करने का अवसर है.
India और क्रोएशिया के बीच लगभग 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होता है, जबकि India द्वारा लगभग 48 मिलियन डॉलर का निवेश क्रोएशिया में किया गया है.
दोनों देशों के बीच नवाचार, रक्षा, शिपिंग, विज्ञान-तकनीक, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और श्रम गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाएं हैं.
इतिहास में भी दोनों देशों के बीच संबंधों की झलक मिलती है. गोवा स्थित चर्च ऑफ साओ ब्राज़ को 1563 के आसपास क्रोएशियाई लोगों द्वारा बनाए जाने का उल्लेख मिलता है. साथ ही, डबरोवनिक रियासत और गोवा के बीच पुराने व्यापारिक और धार्मिक संपर्क भी रहे हैं.
दिसंबर 2024 तक क्रोएशिया में लगभग 17,000 भारतीय नागरिक रह रहे थे, जिनमें से अधिकांश लोग अनुबंध आधारित नौकरियों के तहत अस्थायी रूप से वहां हैं. हाल के वर्षों में क्रोएशियाई जनसांख्यिकी में बदलाव के चलते कई विदेशी कामगारों को रोजगार मिल रहा है, जिसमें भारतीयों की भागीदारी तेजी से बढ़ी है.
इससे पहले, India के पूर्व President रामनाथ कोविंद ने मार्च 2019 में क्रोएशिया की राजकीय यात्रा की थी, जहां उन्हें क्रोएशिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द किंग ऑफ टॉमिस्लाव’ से नवाजा गया था.
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डीएससी/एबीएम