फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने की जी-7 नेताओं से मुलाकात, मध्य-पूर्व में दिया तनाव कम करने पर जोर

कनानास्किस, 17 जून . फ्रांस के President इमैनुएल मैक्रों ने Tuesday को कनाडा के कनानास्किस में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान कई विश्व नेताओं के साथ उच्च-स्तरीय बैठक कीं. उन्होंने इजरायल और ईरान के बीच तनाव कम करने और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत शुरू करने की जरूरत पर जोर दिया.

मैक्रों ने अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटिश Prime Minister कीर स्टार्मर और कनाडाई Prime Minister मार्क कार्नी से मुलाकात की. उनकी चर्चा मध्य पूर्व की अस्थिर स्थिति, यूक्रेन युद्ध और रक्षा, ऊर्जा तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित थी.

कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम, अमेरिका और यूरोपीय संघ से मिलकर बने जी-7 ने शिखर सम्मेलन से एक संयुक्त बयान जारी किया. इस बयान में उन्होंने मध्य पूर्व में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जबकि इजरायल के आत्मरक्षा के अधिकार का स्पष्ट रूप से समर्थन किया.

मैक्रों ने ट्रंप के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध में युद्धविराम और इजरायल-ईरान तनाव कम करने पर चर्चा की. दोनों ने व्यापार संबंधों को स्थिर करने पर भी बात की. मैक्रों ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमने रूस पर दबाव डालकर जल्द से जल्द युद्धविराम करने और यूक्रेन के लिए स्थायी शांति की बात की.”

उन्होंने कहा, “इजरायल और ईरान के बीच तनाव कम करना जरूरी है. सख्त बातचीत से ही यह सुनिश्चित होगा कि ईरान कभी परमाणु हथियार न बनाए और मध्य पूर्व में सभी की सुरक्षा हो. मैं इस मुश्किल स्थिति में गाजा को नहीं भूला. इजरायल को युद्ध खत्म करना चाहिए, हमास को बंधकों को रिहा करना चाहिए और नागरिकों को राहत मिलनी चाहिए.”

फ्रांस के President मैक्रों ने ब्रिटेन के Prime Minister कीर स्टार्मर के साथ भी गाजा संकट और ईरान के साथ रुके हुए परमाणु समझौते पर चर्चा की.

फ्रांस के President ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “यूक्रेन में मजबूत और स्थायी शांति के लिए युद्धविराम, गाजा में युद्ध खत्म करने, बंधकों को रिहा करने, Political समाधान तलाशने और सभी के लिए शांति लाने के लिए युद्धविराम, साथ ही ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर तनाव कम करने और बातचीत शुरू करने की जरूरत है.”

उन्होंने कहा कि फ्रांस और ब्रिटेन वैश्विक चुनौतियों पर समान रुख साझा करते हैं और यह सहयोग 11 जुलाई को ब्रिटेन में उनकी राजकीय यात्रा के दौरान फ्रेंको-ब्रिटिश शिखर सम्मेलन में जारी रहेगा.

कनाडाई Prime Minister मार्क कार्नी के साथ बैठक में मैक्रों ने शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए कनाडा का आभार जताया और फ्रांस-कनाडा साझेदारी को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने एक्स पर लिखा, “मैंने रक्षा, डीकार्बोनाइजेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में कनाडा के साथ साझेदारी मजबूत करने की फ्रांस की प्रतिबद्धता दोहराई. हमने यूक्रेन में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया. कनाडा के बाद, फ्रांस जी7 की अध्यक्षता संभालेगा.”

इसके अलावा, मैक्रों ने जापानी Prime Minister शिगेरु इशिबा से भी मुलाकात की और फ्रांस-जापान गठबंधन की रणनीतिक अहमियत पर जोर दिया. उन्होंने लिखा, “जी7 में जापानी Prime Minister शिगेरु इशिबा से मिलकर बहुत खुशी हुई. हाल के वर्षों में, हमने जापान के साथ एक असाधारण साझेदारी बनाई है, जो समान दोस्ती से प्रेरित है. यह शांति, स्थिरता और वैश्विक समृद्धि के लिए एक आवश्यक साझेदारी है.”

उन्होंने कहा कि सहयोग का दायरा रक्षा, महत्वपूर्ण सामग्री, नागरिक परमाणु ऊर्जा, संस्कृति और औद्योगिक सहयोग तक फैला है. हमारे दोनों देशों और लोगों के लिए भविष्य की साझेदारी, फ्रांस इसके लिए तैयार है.

एफएम/एएस