गुजरात : विजय रूपाणी के अंतिम संस्कार से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम, रूट डायवर्जन लागू

राजकोट, 16 जून . गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का आज शाम राजकोट में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके अंतिम संस्कार को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं.

जानकारी के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी की अंतिम यात्रा और अंतिम संस्कार के लिए प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. पूर्व सीएम को दिए जाने वाले गार्ड ऑफ ऑनर का रिहर्सल भी कर लिया गया है.

राजकोट के डीसीपी डॉ. पार्थराजसिंह गोहिल ने मीडिया को जानकारी दी. उन्होंने बताया, “गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का अंतिम संस्कार आज राजकोट शहर में होना है. इसे ध्यान में रखते हुए राजकोट शहर पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर रूट डायवर्जन और पार्किंग की व्यवस्था की है. सुरक्षा और प्रबंधन के लिए 1,500 से अधिक कर्मियों को तैनात किया गया है, ताकि कार्यक्रम शांति और सम्मानपूर्वक संपन्न हो सके.”

उन्होंने कहा, “पूर्व सीएम के पार्थिव शरीर को ढाई बजे के आसपास दर्शन के लिए रखा जाएगा. पांच बजे के आसपास अंतिम यात्रा शुरू होगी और उसके बाद उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी. उनके अंतिम संस्कार में कई वीवीआईपी हस्तियों के आने की उम्मीद है. इसके चलते भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.”

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के निधन पर सोमवार को एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है. सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके हुए हैं.

इस संबंध में गुजरात सरकार के मुख्य सचिव ने रविवार को एक आदेश जारी किया था. उन्होंने बताया था कि गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी का 12 जून को निधन हो गया है. उनके प्रति सम्मान के तौर पर गुजरात सरकार ने निर्णय लिया है कि 16 जून (सोमवार) को एक दिन का राजकीय शोक रहेगा. इस दौरान गुजरात में सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. इस दिन कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होंगे. कृपया सभी संबंधित लोगों को इन निर्देशों का पालन करने के लिए कहें.

बता दें कि अहमदाबाद विमान हादसे के बाद रविवार दोपहर को पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के डीएनए का मिलान किया गया था. विजय रुपाणी 12 जून को उसी एयर इंडिया फ्लाइट में थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इसमें चालक दल समेत 241 लोगों की जान चली गई थी. इनमें रूपाणी भी थे.

एफएम/एएस