भुवनेश्वर, 16 जून . ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता नवीन पटनायक ने रविवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में बढ़ते हैजा के मामलों पर ढीली प्रतिक्रिया का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार की आलोचना की.
पटनायक ने रविवार को चिंता जताते हुए कहा कि ऐसी स्थिति कई वर्षों से नहीं देखी गई थी, जिससे अब विभिन्न जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.
पटनायक ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “जाजपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, पुरी, कटक और क्योंझर जिलों में हैजा का प्रकोप गंभीर होता जा रहा है और यह पड़ोसी जिलों में भी फैल रहा है. हैजा के कारण अब तक 14 लोगों की मौत से मैं दुखी हूं. मैं उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. ओडिशा में हैजा के प्रसार को लेकर राज्य सरकार के ढीले रवैये से हर कोई हैरान और परेशान है. सरकार को लोगों की जान को खतरे में नहीं डालते हुए सतर्क हो जाना चाहिए.”
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने रविवार को जाजपुर जिले के प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने जिले में पर्याप्त संख्या में मेडिकल स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाते हुए स्थिति को चिंताजनक बताया.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाजपुर में डायरिया से करीब 12 लोगों की मौत हो गई है, लेकिन आधिकारिक तौर पर अभी तक सिर्फ पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. बाकी मामलों की अभी जांच चल रही है.
जिला प्रशासन ने बताया है कि अब तक 11 मरीजों से लिए गए नमूनों में हैजा संक्रमण की पुष्टि हुई है.
अधिकारियों ने पुष्टि की कि 15 जून तक जाजपुर जिले के विभिन्न अस्पतालों में डायरिया के 1,516 रोगियों को भर्ती कराया गया है. इनमें से 1,306 ठीक हो चुके हैं और 210 का अभी भी जाजपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सात सदस्यीय मेडिकल टीम और तीन सदस्यीय खाद्य सुरक्षा टीम ओडिशा भेजी है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग ने रविवार को जाजपुर और क्योंझर जिलों के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए जिला प्रशासन, केंद्र और राज्य सरकार की टीमों के साथ चर्चा की.
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पीएसके/एकेजे