कोलकाता, 15 जून . उत्तराखंड के केदारनाथ में रविवार सुबह हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हेलीकॉप्टर सेवाओं पर तत्काल रोक लगा दी गई है. तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने केंद्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेने की सलाह दी है.
दरअसल, चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाओं पर तत्काल रोक लगा दी गई है. यह आदेश केदारनाथ हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद आया है. मार्ग पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने प्रशासन और सरकार की चिंता बढ़ा दी है. एक महीने में यह तीसरी बड़ी दुर्घटना है.
कुणाल घोष ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “क्या हो रहा है, अहमदाबाद में जो विमान दुर्घटना हुई. इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ? रखरखाव में कितनी लापरवाही हुई, इसकी जांच होनी चाहिए. उसके बाद कल (शनिवार को) हमने देखा कि पठानकोट में एक हेलीकॉप्टर को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. आज (रविवार को) उत्तराखंड के केदारनाथ में पायलट समेत सात यात्रियों की मौत हो गई. यह क्या हो रहा है? केंद्र सरकार के दौर में विमान और ट्रेनों की यात्री सुरक्षा और सेवा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, इसलिए केंद्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से देखना चाहिए.”
उल्लेखनीय है कि केदारनाथ क्षेत्र में रविवार सुबह एक दर्दनाक हेलीकॉप्टर हादसा हुआ, जिसमें आर्यन एविएशन का बेल 407 हेलीकॉप्टर (रजिस्ट्रेशन नंबर वीटी-बीकेए) दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हेलीकॉप्टर में पांच वयस्क यात्री, एक बच्चा और एक पायलट सवार था.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर ने सुबह 5:10 बजे गुप्तकाशी के आर्यन हेलीपैड से उड़ान भरी थी और 5:18 बजे श्री केदारनाथ जी हेलीपैड पर लैंड किया. इसके बाद हेलीकॉप्टर ने 5:19 बजे गुप्तकाशी के लिए दोबारा उड़ान भरी, लेकिन लगभग 5:30 बजे से 5:45 के बीच गौरीकुंड के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
फिलहाल यह माना जा रहा है कि खराब मौसम और अत्यधिक बादल छाए रहने के बावजूद हेलीकॉप्टर ने उड़ान जारी रखी, जिससे यह ‘कंट्रोल्ड फ्लाइट इनटू टेरेन’ की स्थिति का शिकार हो गया. हालांकि, हादसे के असली कारणों की पुष्टि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की विस्तृत जांच के बाद ही हो पाएगी.
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एससीएच/एकेजे