बरेली, 15 जून . इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान को बरेली पुलिस ने नजरबंद कर दिया है. हालांकि, नजरबंदी के दौरान उन्होंने देश के हालातों को लेकर चिंता जताई और बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.
दरअसल, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान रविवार को अपनी गिरफ्तारी देने के लिए कलेक्ट्रेट जाने की तैयारी में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर दिया. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए देश के हालातों पर चिंता जताई.
मौलाना तौकीर रजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज मुझे गिरफ्तारी देनी थी, लेकिन पुलिस यहां एक घबराहट का माहौल पैदा कर रही है. मैंने कहा था कि भीड़ नहीं आएगी और मैंने आज भी किसी को नहीं बुलाया है. मैंने बताया था कि सिर्फ 11 लोग गिरफ्तारी देंगे और वही लोग कलेक्ट्रेट कार्यालय तक जाएंगे.”
मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “मेरी गिरफ्तारी देने की असल वजह यही है कि देश में रोजाना लिंचिंग हो रही है और बुलडोजर चलाए जा रहे हैं. कानून की धज्जियां उड़ रही हैं, मदरसों और मजारों को शहीद किया जा रहा है. गौ सेवा और धर्म के नाम पर हिंसक गुंडों की भीड़ लोगों पर हमला कर रही है और उन्हें घेरकर हत्या कर रही है. इसके बावजूद उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इन आतंकवादी संगठनों को सरकार से पूरा संरक्षण मिल रहा है. हम बजरंग दल जैसे आतंकवादी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हैं. जब तक इन समूहों को खुली छूट दी जाती रहेगी, देश की एकता और शांति खतरे में रहेगी. देश के अमन-चैन को खतरा मुस्लिमों से नहीं है. हम अमन-चैन वाले लोग हैं.”
उन्होंने कहा, “मुझे आज 11 लोगों के साथ गिरफ्तारी देनी थी, लेकिन पुलिस ने बलपूर्वक रोक दिया है और घर से निकलने नहीं दिया है. मैं बताना चाहता हूं कि गिरफ्तारी देने का यह सिलसिला शुरू हो गया है. सोमवार को 72, मंगलवार को 313 और उसके अगले दिन 917 लोग गिरफ्तारी देंगे. यह सिलसिला एक जिले में नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान में चलने वाला है. अब जब पुलिस मुझे निकलने नहीं देगी तो मेरे लोग रोजाना गिरफ्तारी देंगे. देश में नई क्रांति लाने की आज एक पहल शुरू की गई है. हमें पूरे देश को जागरूक करना है कि पिछले 11 साल से हमारे देश को लूटा जा रहा है.”
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एफएम/एकेजे