New Delhi, 15 जून . संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में गाजा में संघर्ष विराम के लिए प्रस्ताव पर मतदान से India की दूरी बनाने पर कांग्रेस ने केंद्र Government पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर वोटिंग में दूरी बनाना हमारी विदेश नीति और Government के नैतिक पतन का एक जीता-जागता उदाहरण है.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने Sunday को समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि यह हैरानी और चिंता की बात है. जिस देश की विदेश नीति का पूरा विश्व लोहा मानता है, उस देश ने इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर किस तरह से वोटिंग में भाग तक नहीं लिया. यह हमारी विदेश नीति और Government के नैतिक पतन का एक जीता-जागता उदाहरण है.
इस दौरान पवन खेड़ा ने Prime Minister Narendra Modi के विदेश दौरे पर कहा है कि हम पिछले 11 साल से देख रहे हैं, पीएम मोदी कहते हैं कि कभी इधर गए, कभी उधर गए, आए तो खाली हाथ. विदेश नीति कोई फैंसी ड्रेस की प्रतियोगिता नहीं है. जहां जाकर अलग-अलग कपड़ों में गले मिल रहे हैं, कभी किसी से हाथ मिला रहे हैं, टेलीप्रॉम्प्टर के आगे नई-नई भाषाओं में बोल रहे हैं. इस तरह से विदेश नीति नहीं चलती है. डायस्पोरा इवेंट में भी अपनी जय-जयकार करवाने जा रहे हो, आपको अपनी जय-जयकार नहीं करने जाना है, वहां पर देश की जय-जयकार करने जाना है. आप सोचते हैं कि आप ही देश हैं, इसलिए आज हमारी विदेश नीति का खामियाजा पिछले 10 साल में हम लोग भुगत रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर के वक्त और पहलगाम आतंकी हमले से पहले भुगता है.
Ahmedabad हवाई हादसे पर उन्होंने कहा कि लोग बहुत सहमे हुए हैं. लोगों के मन में बहुत सवाल हैं, लोगों को Government से भी शिकायतें हैं. डॉक्टर वहां बहुत विषम परिस्थितियों में मरीजों का उपचार कर रहे हैं, लेकिन लोगों को लगता है कि Government इस पर और संवेदनशील हो सकती थी. जिस तरह से गृह मंत्री अमित शाह ने टिप्पणी दी और पीएम मोदी जिस तरह से पेश आए, लोगों को अच्छा नहीं लगा. लोग चाहते हैं कि जवाबदेही तय होनी चाहिए. अब सब इंतजार कर रहे हैं कि ब्लैक बॉक्स से क्या जानकारी निकलकर आती है, जिससे मालूम पड़ सके कि क्या कारण थे, जिससे प्लेन क्रैश हुआ.
इजरायल और ईरान के बीच जारी जंग पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ईरान में 1,500 बच्चे फंसे हुए हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन भारतीय दूतावास ने सिर्फ अपने social media हैंडल पर इस मामले को प्रचारित किया और फिर गायब हो गया. यहां उनके माता-पिता चिंतित हैं, हर कोई चिंतित है, लेकिन India Government कार्रवाई से गायब है.
उन्होंने केदारनाथ हवाई हादसे का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर सेवा बंद कर दी गई, लेकिन यह बार-बार क्यों हो रहा है, यह एक जांच का विषय है. अभी कुछ दिन पहले हाईवे पर हेलीकॉप्टर की लैंडिंग हुई थी, इन सबकी जांच होनी चाहिए.
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एसके/एबीएम