देहरादून, 14 जून . भारतीय सेना को 419 सैन्य अफसर मिले हैं. भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) देहरादून में शनिवार को आयोजित ऐतिहासिक पासिंग आउट परेड के बाद 419 जेंटलमैन कैडेट सेना का हिस्सा बने. इस मौके पर आईएमए परिसर देशभक्ति और अनुशासन के जज्बे से गूंज उठा.
आईएमए परिसर में सुबह 6:38 बजे “मार्कर्स कॉल” के साथ परेड की शुरुआत हुई, जिसके बाद कंपनी सार्जेंट मेजरों ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह संभाली. 6:42 बजे “एडवांस कॉल” बजते ही कैडेट्स अनुशासित कदमताल के साथ परेड ग्राउंड में पहुंचे.
पासिंग आउट परेड सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए भी अहम रही. 9 मित्र देशों के 32 विदेशी कैडेट्स ने भी ट्रेनिंग पूरी कर पास आउट किया, जिससे कुल 451 कैडेट्स इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बने.
सेना को मिले 419 अधिकारियों में बड़ी संख्या उत्तराखंड से हैं, जिससे राज्य के लिए ये दिन और भी खास बना. जेंटलमैन कैडेट्स के परिजनों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली, जो खास पल के गवाह थे. देश सेवा के लिए बेटे को समर्पित करने वाले माता-पिता के लिए ये गौरव का क्षण रहा.
आईएमए देहरादून में एक और पल खास रहा, जब श्रीलंकाई सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीकेजीएम लासांथा रोड्रिगो ने बतौर रिव्यूइंग ऑफिसर परेड की सलामी ली. लासांथा रोड्रिगो खुद आईएमए कैडेट रहे हैं. शनिवार को उन्होंने परेड का निरीक्षण करते हुए कैडेट्स का उत्साह बढ़ाया और युवा सैन्य अधिकारियों को सम्मानित किया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विदेशी कैडेट्स आईएमए के मूल्यों के ब्रांड एंबेसडर हैं.
परेड के आखिर में सभी कैडेट्स ने अपना जीवन देश को समर्पित करने की शपथ ली.
आईएमए ने स्थापना से अब तक देश और विदेश की सेनाओं को 66 हजार से अधिक सैन्य अधिकारी दिए हैं. इनमें लगभग 3 हजार अधिकारी मित्र देशों की सेनाओं के लिए तैयार किए गए. शनिवार की परेड के साथ ये गौरवशाली आंकड़ा और बढ़ गया.
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डीसीएच/जीकेटी