जांच के बाद ही विमान की तकनीकी खामी का पता चलेगा : कैप्टेन अरिंदम दत्ता

कोलकाता, 13 जून . गुजरात के Ahmedabad में Thursday को हुए विमान हादसे में तकनीकी खामियों की आशंका जताई गई है. कमर्शियल पायलट कैप्टन अरिंदम दत्ता का मानना है कि फिलहाल हादसे के कारणों के बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है, यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा.

कैप्टेन अरिंदम दत्ता ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “यह घटना बेहद दुखद है. इस पर फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. हमें बस यह सोचना चाहिए कि हमने कितने लोगों को बचाया. बचे हुए लोगों को हम कितना जल्दी रिकवर करा सकते हैं. जिनका निधन इस हादसे में हो गया, उनके लिए मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. हमें सिर्फ विमान हादसे में जान गंवाने वालों के बारे में नहीं सोचना चाहिए. विमान जहां गिरा, उसके आसपास की बिल्डिंगों और प्रभावित लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “इस घटना के पीछे तकनीकी खामी, मानवीय खामी, मौसम कुछ भी हो सकता है. जब तक ब्लैक बॉक्स का डेटा पूरी तरह रिकवर नहीं होता है और उसका रिकॉर्ड नहीं मिलता है, तब तक मैं कुछ भी नहीं कह पाऊंगा. टेकऑफ के बाद एक निश्चित ऊंचाई के बाद प्लेन का ऊपर न जाना तकनीकी कमी को तो दिखाता ही है. प्लेन में ईंधन भी बहुत ज्यादा भरा हुआ था, इस वजह से ही गिरते ही ब्लास्ट हुआ.”

कैप्टेन अरिंदम दत्ता ने कहा, “पायलट टेकऑफ का फैसला तभी करता है जब उसे किसी खामी के संकेत नहीं मिलते हैं. टेकऑफ के दौरान वी1 एक स्पीड होती है, जिस पर पहुंचने से पहले भी खामी के संकेत मिलें तो विमान को रनवे पर रोका जा सकता है. लेकिन वी1 स्पीड को पार करने के बाद पायलट के पास टेकऑफ के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है क्योंकि उसके पास काफी कम समय होता है. इस मामले में भी मेरे अनुसार ऐसा ही कुछ हुआ है, पायलट को समय नहीं मिला है. फिलहाल स्पष्ट तौर पर मैं कुछ भी नहीं कह सकता हूं.”

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले और इस विमान हादसे को जोड़ने की जल्दबाजी से बचने की सलाह देते हुए कहा कि दोनों घटनाएं बिल्कुल अलग हैं. उन्होंने कहा कि यदि किसी तरह की आतंकवादी साजिश भी हुई, तो उसका पता ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद ही चल सकेगा. उन्होंने कहा कि ब्लैक बॉक्स की जांच और बोइंग कंपनी के सेफ्टी ऑडिट में काफी कुछ सामने आएगा.

पीएके/एकेजे