ईरान पर कहर बनकर टूटे इजरायल के फाइटर जेट, जानें वहां कितनी मची तबाही

यरुशलम, 13 जून . इजरायल के फाइटर जेट्स ने ईरान में तबाही मचाई है. इजरायल ने शुक्रवार को ईरान में कई हमले किए, जिनमें उसके परमाणु कार्यक्रम और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया. इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने पुष्टि की है कि उसके फाइटर जेट्स ने ईरान की न्यूक्लियर साइट को टारगेट किया था. वहीं ईरान के सरकारी मीडिया की मानें तो इन हमलों में ईरान की सेना की शक्तिशाली शाखा रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर हौसेन सलामी और कई परमाणु वैज्ञानिक मारे गए.

ईरानी मीडिया की खबरों की मानें तो शुरुआती हवाई हमलों के कुछ घंटे बाद, नातांज परमाणु केंद्र पर धमाके की अवाज सुनी गई. ईरान का ये परमाणु ठिकाना राजधानी तेहरान से दक्षिण में 225 किलोमीटर दूर स्थित है.

वहीं ईरान पर हमले के बाद आईडीएफ ने बताया, “इजरायल एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर रातों-रात ईरान के नतांज क्षेत्र में स्थित यूरेनियम संवर्धन साइट पर हमला किया. यह ईरान की सबसे बड़ी यूरेनियम संवर्धन साइट है, जो सालों से परमाणु हथियार बनाने के उद्देश्य से संचालित होती रही है और इसमें सैन्य-स्तर के यूरेनियम संवर्धन के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा मौजूद है.”

आईडीएफ ने पुष्टि की कि हमले के तहत न्यूक्लियर साइट के भूमिगत हिस्से को नुकसान पहुंचाया गया है. इस क्षेत्र में एक संवर्धन हॉल है, जिसमें सेंट्रीफ्यूज मशीनें, इलेक्ट्रिकल रूम और अन्य सहायक ढांचे मौजूद हैं. इसके अलावा साइट के निरंतर संचालन को सक्षम करने वाले महत्वपूर्ण ढांचे और ईरान के परमाणु हथियार हासिल करने के प्रयासों को भी नुकसान पहुंचाया गया.

इजरायल ने साफ शब्दों में कहा है कि हम ईरानी शासन को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकने के लिए आगे भी कार्रवाई करते रहेंगे. इजरायल ने हमले में ईरान के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के मारे जाने का भी दावा किया है.

अपने आधिकारिक ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर आईडीएफ ने लिखा, “हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, आईआरजीसी के कमांडर और ईरान के आपातकालीन कमांड के कमांडर इजरायली हमलों में मारे गए.”

इसे 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के बाद ईरान पर सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है. हालांकि ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कुछ ही घंटों में इजरायल पर 100 से ज्यादा ड्रोन दागे. इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने इसकी पुष्टि की.

डीसीएच/जीकेटी