नई दिल्ली, 13 जून . भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने मंगोलिया के रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव ब्रिगेडियर जनरल गंखुयाग देवादोरज के साथ द्विपक्षीय बैठक की. यह द्विपक्षीय वार्ता शुक्रवार को मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में हुई. इस बैठक में दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को अधिक मजबूत बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई.
विशेष रूप से नई और उभरती हुई तकनीकी क्षमताओं के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया. यह बातचीत भारत-मंगोलिया रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा देने का प्रयास है. साथ ही इस वार्ता को रक्षा क्षेत्र में आपसी विश्वास और सहयोग को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया गया है.
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह शनिवार को उलानबटार में आयोजित बहुराष्ट्रीय संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘खान क्वेस्ट 2025’ के उद्घाटन समारोह में भाग लेंगे. इस सैन्य अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी भी शामिल हो रही है. वहीं, मंगोलियाई व अमेरिकी सेना भी इस अभ्यास का हिस्सा हैं. इस अभ्यास में शामिल होने वाली भारतीय सेना की टुकड़ी में कुमाऊं रेजिमेंट के 40 जवानों के साथ-साथ अन्य अंगों और सेवाओं के जवान भी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त, एक महिला अधिकारी और दो महिला सैनिक भी टुकड़ी का हिस्सा हैं.
‘खान क्वेस्ट 2025’ का आयोजन 14 जून से 28 जून तक किया जाएगा. यह अभ्यास विभिन्न देशों की सेनाओं के बीच समन्वय, साझेदारी और सैन्य सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है. भारत और मंगोलिया की सेनाओं के बीच आतंकवाद के खिलाफ किया जा रहा एक महत्वपूर्ण संयुक्त युद्धाभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट 2025’ शुक्रवार को पूरा हो गया.
भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह इस मौके पर मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में मौजूद रहे. उन्होंने भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास के समापन समारोह की अध्यक्षता की. वह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. उनके साथ मंगोलिया के डिप्टी चीफ ऑफ जनरल स्टाफ ब्रिगेडियर जनरल बाटार बालजिद, मंगोलिया में भारत के राजदूत अतुल एम. गोत्सुरवे तथा डायरेक्टर जनरल, ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स एंड स्ट्रैटेजिक मूवमेंट लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेन्द्र सिंह भी उपस्थित थे.
रक्षा सचिव ने भारतीय और मंगोलियाई सैनिकों की पेशेवर दक्षता की सराहना की. उन्होंने इस अभ्यास को बढ़ते रक्षा सहयोग तथा क्षेत्रीय शांति के प्रति साझा प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया.
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जीसीबी/एबीएम