भोपाल, 13 जून . भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह के खिलाफ पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई पर तीखा हमला बोला है. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस में अब न तो ‘राम’ बचेगा और न ही ‘लक्ष्मण’, क्योंकि पार्टी पूरी तरह से सोनिया गांधी के परिवार की गुलाम हो चुकी है.
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस में सत्य बोलने की हिम्मत अब किसी में नहीं बची, क्योंकि कड़वी सच्चाई को पचाने का सामर्थ्य पार्टी में नहीं है.
रामेश्वर शर्मा ने मध्य प्रदेश कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में आंतरिक कलह चरम पर है. कांग्रेस नेता अपने बेटे-बेटियों को स्थापित करने में व्यस्त हैं, जिससे पार्टी में आपसी टकराव और बढ़ गया है. कांग्रेस में न तो एकता है और न ही कोई सिद्धांत. सभी अपने परिवार को आगे बढ़ाने की होड़ में लगे हुए हैं.
बीजेपी के प्रशिक्षण कार्यक्रम पर कांग्रेस के बयानों का जवाब देते हुए रामेश्वर शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में कभी प्रशिक्षण होता ही नहीं है. प्रशिक्षण शिविर में हमें भारत की एकता, अखंडता, राष्ट्रवाद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय सिद्धांतों के लिए काम करना सिखाया जाता है. हम सेना के यश और कीर्ति के लिए समर्पित हैं. कांग्रेस को भाजपा से कुछ सीख लेनी चाहिए.
रामेश्वर शर्मा ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला के हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा कि अब तो कांग्रेस के गठबंधन सहयोगी भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर रहे हैं. फारूक अब्दुल्ला भी पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं. कांग्रेस भले ही कितने लोगों को पार्टी से निकाले, हिंदुस्तान का हर नागरिक चाहे वह किसी भी दल का हो, पीएम मोदी और भारतीय सेना के शौर्य की तारीफ कर रहा है.
शर्मा ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि यह अभी भी जारी है और इसके बारे में बीजेपी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण में विस्तार से बताया जाएगा. कांग्रेस को अब अपनी नीतियों और कार्यशैली पर आत्ममंथन करने की जरूरत है, क्योंकि जनता अब उनके झूठ और परिवारवाद से तंग आ चुकी है. कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए और राष्ट्रहित में काम करने की प्रेरणा लेनी चाहिए, न कि आलोचना और निष्कासन की राजनीति में उलझना चाहिए.
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एकेएस/एबीएम