Mumbai , 12 जून . एयर इंडिया की फ्लाइट एआई171 के Ahmedabad हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद Thursday को दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद टाटा समूह की एयरलाइन ने प्रभावित लोगों की मदद के लिए एमरजेंसी रिस्पांस सेंटर स्थापित किया है. इसके अलावा, साइट पर प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए सहायता दल भी तैनात किए गए हैं.
एयर इंडिया के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “इस समय, हमारा ध्यान सबसे पहले प्रभावित लोगों और उनके परिवारों को सपोर्ट करने पर है. हम वह सब कुछ कर रहे हैं, जो हमारी शक्तियों में आता है. साइट पर हमारी एमरजेंसी रिस्पांस टीम को प्रभावित लोगों की मदद करने के लिए सहायता की जा रही है. हमारी ओर से प्रभावित लोगों की हर जरूरी और संभव मदद की जा रही है.”
Ahmedabad से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने वाले एयर इंडिया के विमान एआई 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा, “हमारी संवेदनाएं इस दुखद घटना से प्रभावित सभी परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं.”
एन. चंद्रशेखरन ने आगे कहा, “जैसे ही हमें और अधिक सत्यापित जानकारी प्राप्त होगी, आगे के अपडेट साझा किए जाएंगे.”
उन्होंने बताया कि साइट पर प्रभावित लोगों की जानकारी चाहने वाले परिवारजनों के लिए सहायता टीम स्थापित कर दी गई है.
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (वीटी-एएनबी) में दो पायलट और 10 केबिन क्रू समेत 242 लोग सवार थे. विमान उड़ान भरने के साथ ही Ahmedabad के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ठीक बाहर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
Ahmedabad हवाई अड्डे के अधिकारियों ने कहा कि अगली सूचना तक सभी उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगे.
एसवीपीआईए के प्रवक्ता ने कहा कि “Ahmedabad का सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा फिलहाल ऑपरेशनल नहीं है”.
प्रवक्ता ने कहा, “अगली सूचना तक सभी उड़ानों का संचालन अस्थायी रूप से निलंबित रहेगा. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले लेटेस्ट अपडेट के लिए अपनी संबंधित एयरलाइनों से जांच लें.”
प्रवक्ता ने कहा, “हम आपसे सहयोग और धैर्य रखने का अनुरोध करते हैं क्योंकि अधिकारी इस स्थिति से निपट रहे हैं. आगे का अपडेट जल्द ही उपलब्ध करवाया जाएगा.”
नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू विमान दुर्घटना की खबर मिलते ही तुरंत Ahmedabad पहुंचे.
मंत्रालय के बयान के अनुसार, “घटना को अत्यंत तत्परता से लेते हुए, केंद्रीय मंत्री ने अपने कार्यक्रम को बीच में ही रोक दिया और अब वे व्यक्तिगत रूप से जमीनी स्तर पर स्थिति की निगरानी करने के लिए रवाना हो गए हैं.”
बचाव और चिकित्सा दल मौके पर है. यात्रियों की सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है.
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