नई दिल्ली, 3 जून . लू, चिलचिलाती धूप, उमस के साथ देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. ऐसे में ठंडे पानी की जरूरत बढ़ जाती है. लोग फ्रिज का ठंडा पानी पीना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके कई नुकसान भी हैं. वहीं, डॉक्टर्स घड़े के पानी को पीने की सलाह देते हैं, जो कई लिहाज से फायदेमंद होता है.
आयुर्वेद में घड़े के पानी को अमृत बताया जाता है. वहीं, एलोपैथ के डॉक्टर भी इसके पानी के कई फायदे बताते हैं. घड़े का पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा रहता है, जो स्वास्थ्य के लिए भी बेहतर होता है.
मटके में मिट्टी की खुशबू आती है, जो बहुत अच्छी लगती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, मटके का पानी गले से लेकर आंतों के लिए अच्छा होता है. मटके के पानी को बीमार व्यक्ति भी पी सकता है. इसके साथ ही मिट्टी के कारण इसमें कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि मटके में मिट्टी की वजह से पानी की अशुद्धियां दूर हो जाती हैं. मटके का पानी शरीर को विषैले तत्वों से मुक्त कर इम्यून सिस्टम को भी बेहतर करता है. फ्रिज के पानी से जहां गला खराब, घमौरी या अन्य कई समस्याएं होती हैं. वहीं, मटके का पानी नुकसान नहीं देता है.
घड़े का पानी गर्मियों में हाइड्रेटेड रहने का एक सस्ता और बढ़िया तरीका है. इसका पानी प्राकृतिक रूप से ठंडा होता है. सबसे अच्छी बात है कि मटके के पानी में मिनरल्स बढ़ते हैं, जबकि फ्रिज के पानी में मिनरल्स कम हो जाते हैं.
मिट्टी के बर्तन में क्षारीय गुण होते हैं, जो शरीर के पीएच लेवल को संतुलित रखते हैं. मटके का पानी पीने से पाचन क्रिया ठीक रहती है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. मिट्टी के घड़े के पानी में किसी भी प्रकार का केमिकल नहीं होता, जो इसे पूरी तरह से सुरक्षित बनाता है. गर्मियों में इसे पीने से शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है.
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एमटी/एएस