पटना, 2 जून . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव द्वारा तेजप्रताप यादव को पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद तेजप्रताप ने पार्टी के अंदर और बाहर ‘जयचंद’ के रहने की बात कहकर प्रदेश की सियासत गर्म कर दी है. लोग उन जयचंदों को लेकर तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. इस बीच, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने राजनीतिक दलों को नसीहत देते हुए कहा कि पारिवारिक मामलों में लोगों को पड़ने से बचना चाहिए.
इस मामले को लेकर जब सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से ने प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने साफ लहजे में कहा, “लालू यादव के परिवार का यह अंदरूनी मामला है. जिस तरह से बिहार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव राजद के अंदर जयचंद बता रहे हैं, यह उनका और दोनों भाइयों तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच का मामला है. मैं उस परिवार के अंदरूनी मामले में नहीं पड़ना चाहता.”
उन्होंने इसके बाद राजद और कांग्रेस के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में किसी के व्यक्तिगत जीवन में नहीं झांकना चाहिए, नहीं बोलना चाहिए. यह सिद्धांत अन्य राजनीतिक दलों को भी निभाना चाहिए.
बता दें कि रविवार को तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी यादव को अर्जुन बताते हुए अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट कर लिखा, “मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे. कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो, लेकिन खुद कृष्ण को नहीं. हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा.” उन्होंने तेजस्वी यादव का जिक्र करते हुए कहा, “बस मेरे भाई भरोसा रखना. मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं, फिलहाल दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा. मेरे भाई मम्मी-पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है, अंदर भी और बाहर भी.”
इससे पहले, तेजप्रताप यादव ने रविवार सुबह लालू यादव और राबड़ी देवी के लिए सोशल मीडिया पर एक भावुक संदेश लिखा था. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “मेरे प्यारे मम्मी-पापा… मेरी सारी दुनिया बस आप दोनों में ही समाई है. भगवान से बढ़कर हैं आप और आपका दिया कोई भी आदेश. आप हैं तो सब कुछ है मेरे पास. मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए, ना कि कुछ और. पापा, आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग. बस, मम्मी-पापा, आप दोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा.”
उल्लेखनीय है कि लालू यादव के बेटे और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव पहले से शादीशुदा हैं. इस बीच एक महिला के साथ तेजप्रताप की तस्वीर वायरल होने के बाद लालू यादव ने इस मामले में एक्शन लेते हुए सामाजिक न्याय का हवाला दिया और तेजप्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
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एमएनपी/एएस