पटना, 24 मई . जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने राजद की तरफ से चलाए जा रहे डोमिसाइल आरक्षण वादे को लेकर तेजस्वी यादव पर हमला बोला है. इसके साथ ही नीरज कुमार ने प्रधानमंत्री की एनडीए के मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक पर भी प्रतिक्रिया दी.
से बात करते हुए नीरज कुमार ने कहा, “तेजस्वी यादव राजनीति के नवोदित कलाकार हैं. मैं तेजस्वी यादव से यह जानना चाहता हूं कि वह हरियाणा से किसी को लाकर बिहार से राज्यसभा में भेजते हैं, वह डोमिसाइल का उल्लंघन नहीं है. बिहार से बाहर जाकर भ्रष्ट तरीके से संपत्ति खरीदेंगे, यह डोमिसाइल का उल्लंघन नहीं है. बंगाल की शराब कंपनियों से आर्थिक उगाही कर चुनाव लड़ेंगे, यह डोमिसाइल का उल्लंघन नहीं है. तेजस्वी यादव को कोई सीरियसली नहीं लेता है. वह बिहार के 10 लाख युवाओं को पहली कैबिनेट बैठक में नौकरी दे रहे थे. लेकिन, उनकी अपनी नौकरी 17 महीने में ही चली गई. लालू यादव का पुत्र होने की वजह से उन्हें थोड़ा राजनीतिक लाभ मिल जाता है.”
राष्ट्रीय जनता दल ने सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव की तस्वीर के साथ एक पोस्ट किया है. पोस्ट में लिखा गया है कि अगर आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में राष्ट्रीय जनता दल की सरकार बनती है तो 100 प्रतिशत डोमिसाइल नीति लागू करेंगे.
नीरज कुमार ने पीएम की एनडीए के मुख्यमंत्रियों से होने वाली मुलाकात पर कहा, “प्रधानमंत्री एनडीए के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करेंगे. मुलाकात का विषय क्या है, इसको मैं नहीं जानता. लेकिन, राज्यों के लिए चल रही विकास परियोजनाओं पर ही चर्चा होगी. हमारा एक ही लक्ष्य है, बिहार का विकास, हम कृषि आधारित उद्योग की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं.”
उन्होंने पाकिस्तान में भारतीय विमान को लैंडिंग करने की इजाजत नहीं देने पर कहा, “पाकिस्तान दुश्मनी की भावना से अपनी सारी कार्रवाई कर रहा है. कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना के बाद भारतीय सेना ने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया. लेकिन, मानवता सबसे बड़ी चीज है. आपातकालीन स्थिति में विमान की लैंडिंग की अनुमति नहीं देना, पाकिस्तान की हमारे प्रति घृणा और द्वेष को दिखाता है. यह कहीं न कहीं संयुक्त राष्ट्र के नियमों का भी उल्लंघन है.”
नीरज कुमार ने आगे कहा, “‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बारे में विदेश मंत्री ने जो बयान दिया है, उससे कौन इनकार कर सकता है. प्रधानमंत्री भी अपने भाषण में स्पष्ट कर चुके हैं कि आतंकियों की अंतिम यात्रा में पाकिस्तान के सेना के अफसर शामिल होते हैं. पहलगाम में पर्यटक मारे गए थे. हमारी सेना ने पूरी मजबूती के साथ चंद मिनटों के अंदर पाकिस्तान और पीओके के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया. हमने पाकिस्तान के आम नागरिकों और सेना को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया.”
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पीएके/एबीएम