पटना, 23 मई . भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस की नीति और नीयत को कठघरे में खड़ा करते हुए शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट डाला. लिखा- ‘कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ.’ उनके इस कटाक्ष की आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने निंदा की और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का जिक्र कर केंद्र सरकार पर प्रहार कर दिया.
समाचार एजेंसी से बातचीत के दौरान आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से अमेरिकी राष्ट्रपति ने मध्यस्थता करते हुए भारत-पाक के सीजफायर की घोषणा की, इस पर तो सवाल पूछे ही जाएंगे. भाजपा सांसद को ज्ञान देने से पहले खुद ज्ञान लेना चाहिए. जब भारत-पाक के बीच सीजफायर की घोषणा हुई, तब देशभर के लोगों को पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की याद आई, देश के लोगों को साल 1971 याद आया था. केंद्र सरकार की जिस तरह से फजीहत हुई है, मुझे लगता है कि इससे पहले कभी नहीं हुई है. हमारे लोगों पर जिस तरह से आतंकी हमला किया गया, हमारी सेना ने अपने पराक्रम से जवाब दिया है, इसीलिए हमें अपनी सेना के पराक्रम पर गर्व है.
दरअसल, भाजपा सांसद ने सोशल मीडिया पोस्ट में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को टैग कर 23 मई को एक पोस्ट लिखा. इसके साथ ही 1991 में हुए समझौते के तीन पेज भी थे. दुबे ने लिखा, “राहुल गांधी, यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है. 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से करेगा. क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ, विदेश मंत्री एस जयशंकर पर आपत्तिजनक टिप्पणी आपको शोभा देती है.”
वहीं, ज्योति मल्होत्रा समेत कुछ लोगों पर मुखबिरी के आरोप पर भी तिवारी ने राय रखी. उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे व्यक्तियों पर कड़ी नज़र रखनी चाहिए. देश का खुफ़िया तंत्र सक्रिय होना चाहिए, और अगर कोई देश के खिलाफ देशद्रोह कर रहा है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. देश के खिलाफ काम करने वाले लोगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए.
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डीकेएम/केआर