मंदसौर, 22 मई . मध्य प्रदेश सरकार के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने मंदसौर में आयोजित पंच-सरपंच सम्मेलन में भाग लिया. अपने संबोधन में उन्होंने पंच-सरपंचों से कार्य के प्रति निष्ठा और ईमानदारी के साथ सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि सरकार के पास धन की कमी नहीं है और भविष्य में पंचायतों को और आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जाएगा, ताकि वे विकास कार्यों को और प्रभावी ढंग से पूरा कर सकें.
मंत्री ने मंदसौर जिले में हो रहे विकास कार्यों की सराहना की और कहा कि यह जिला आने वाले समय में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेगा. उन्होंने जिले में प्रधानमंत्री सड़क योजना और आवास योजना के तहत किए गए कार्यों की तारीफ करते हुए कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रियता से और बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे.
सम्मेलन से पहले प्रहलाद सिंह पटेल ने मंदसौर जिले में मां तुम्बड नदी के उद्गम स्थल पर पहुंचकर पूजा-अर्चना की. इस दौरान उन्होंने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, “जल गंगा संवर्धन अभियान पिछले तीन महीनों से चल रहा है. इस अभियान के तहत नए जल स्रोत जैसे खेतला और मंदिर सरोवर बनाए गए हैं, जो संरक्षित हैं. लेकिन पुराने जल स्रोतों जैसे कुओं, बावड़ियों, नदियों और नालों की स्वच्छता भी एक बड़ा अभियान है.”
उन्होंने नदियों के संरक्षण पर जोर देते हुए कहा कि छोटी नदियों को बारहमासी बनाए रखने से बड़ी नदियां भी बारहमासी रहेंगी. मध्य प्रदेश जल अधिशेष वाला राज्य है और इसे नदियों का मायका कहा जाता है, लेकिन गिरता जलस्तर हमारे लिए चुनौती है. इसके लिए हमें पौधारोपण और जल स्रोतों के संरक्षण पर गंभीरता से ध्यान देना होगा.
मंत्री प्रहलाद पटेल ने पंचायत प्रतिनिधियों से जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ इन योजनाओं का क्रियान्वयन हो सकता है. मंदसौर जिला पंचायत द्वारा विकास के तमाम काम हो रहे हैं और यह जिला भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करेगा.
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एकेएस/डीएससी