मुंबई, 19 मई . गायक सोनू निगम ने म्यूजिक इवेंट ‘सौ साल पहले 2.0 – एक बार फिर से’ के साथ मोहम्मद रफी को श्रद्धांजलि दी. मशहूर गायक ने दिवंगत रफी साहब को अपना गुरु बताया और उन्हें अपनी सफलता का श्रेय दिया.
शो में सोनू निगम ने अपने जज्बात साझा किए. उन्होंने कहा, “मैं अपने पहले गुरु मोहम्मद रफी साहब और अपने माता-पिता का बहुत आभारी हूं. मेरे पिता ने ही मुझे रफी साहब की गायकी और संगीत से परिचित कराया, फिर रफी साहब ने मेरे करियर को आकार दिया, मुझे वह बनाया जो मैं आज हूं.”
उन्होंने आगे कहा, “रफी साहब की वजह से मैं हूं, मेरा वजूद है. इसलिए, यह संगीत कार्यक्रम मेरे दिल में खास जगह रखता है. क्योंकि यह अपने गुरु के प्रति भक्ति या श्रद्धा व्यक्त करने का भी एक शानदार मौका है.
एनआर टैलेंट ने इस संगीत कार्यक्रम का आयोजन मोहम्मद रफी के सम्मान में रखा था, जिसमें सोनू ने अपने माता-पिता के साथ मोहम्मद रफी को श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम में मोहम्मद रफी के कई गानों को शामिल किया गया.
सोनू निगम ने ‘तू कहां ये बता’, ‘तुम मिल गए हो’, ‘मैं जिंदगी का साथ’, ‘रंग और नूर की बारात’, ‘परदा है परदा’, ‘पुकारता चला हूं मैं’, ‘दर्द-ए-दिल’, ‘सुहानी रात’, ‘क्या हुआ तेरा वादा’ जैसे क्लासिक गाने पेश किए.
सोनू ने रफी के क्लासिक ‘फिर मिलोगे कभी’, ‘एहसान तेरा होगा मुझ पर’, ‘अभी ना जाओ छोड़कर’, ‘जाने क्या ढूंढती रहती हैं’, ‘जो वादा किया वो’, ‘चौदहवीं का चांद’ समेत अन्य गाने गाए.
कॉन्सर्ट में सोनू ने अपने दोनों गुरुओं – मोहम्मद रफी और उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के बच्चों को मंच पर आमंत्रित किया.
मोहम्मद रफी के बेटे शाहिद रफी के साथ उनकी पत्नी फिरदौस भी थीं, उस्ताद गुलाम मुस्तफा खान के बेटे रब्बानी मुस्तफा खान के साथ उनकी पत्नी नम्रता गुप्ता खान भी थीं.
भावुक शाहिद रफी ने जब ‘चांद मेरा दिल’ और ‘गुलाबी आंखें’ गाने गाए तो दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं.
एनआर टैलेंट एंड इवेंट मैनेजमेंट के होस्ट रब्बानी मुस्तफा खान और नम्रता गुप्ता खान ने संयुक्त रूप से कहा, “हम सम्मानित महसूस करते हैं कि ईश्वर ने हमें इस तरह का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए चुना. 24 दिसंबर, 2024 को रफी साहब की 100वीं जयंती पर सौ साल पहले की शानदार सफलता को देखते हुए हमने यह फैसला लिया.
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एमटी/जीकेटी