‘कीटाणु और विषाणु एक साथ आ गए’, आरसीपी सिंह की पार्टी के जन सुराज में विलय पर बोले मांझी

पटना, 18 मई . बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.सी.पी. सिंह ने प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज में अपनी पार्टी का विलय कर दिया है. इस घटनाक्रम के बाद तमाम राजनीतिक दलों की टिप्पणियां सामने आई हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने सबसे तल्ख टिप्पणी की है.

जीतन राम मांझी ने गठबंधन पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा, “कीटाणु और विषाणु एक साथ आ गए हैं और बिहार को जहर दे रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर और आर.सी.पी. सिंह जैसे नेता सोच रहे हैं कि वे बिहार के लोगों को बर्बाद कर देंगे. लेकिन, उन्हें नहीं पता कि एक ‘एंटीवायरस’ है जिसका नाम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) है.

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “पीके और आरसीपी की जोड़ी को यह समझना चाहिए कि एनडीए का एंटीवायरस किसी भी वायरस से निपटने में कारगर है. इससे ज्यादा हास्यास्पद क्या हो सकता है कि आर.सी.पी. सिंह, जिन्होंने छह महीने और 18 दिन पहले नई पार्टी बनाई थी, उसका विलय प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में कर दिया, जो महज सात महीने और 16 दिन पहले बनी थी.”

उन्होंने कहा कि दोनों ने पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ काम किया था, लेकिन वे वहां नहीं रहे. इससे पता चलता है कि उनके निजी हित राज्य की प्रगति से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.

इससे पहले, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि दोनों पहले जेडीयू में थे. एक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दूसरा अध्यक्ष था. सबको पता है कि किसके इशारे पर यह हो रहा है.

इसी बीच, जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने दोनों को राजनीति का “जहरीला कीटाणु” बताते हुए दावा किया कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धोखा दिया है. दोनों ही राजनीति से बाहर हो चुके लोग हैं और जो हाथ उन्हें खिलाता है, उसी को काटते हैं.

आर.सी.पी. सिंह को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि वे नालंदा के किसी भी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ लें. यदि उन्हें मुखिया चुनाव से कम वोट नहीं मिले तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा.

पीएसके/एकेजे