केंद्र सरकार को विदेश जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में और सदस्यों को शामिल करना चाहिए था : फखरुल हसन चांद

लखनऊ, 18 मई . केंद्र सरकार ने विदेश जाने वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडलों का ऐलान कर दिया है, जो अलग-अलग देशों में जाकर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की अनिवार्यता से उन्हें अवगत कराएंगे. समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता फखरुल हसन चांद ने रविवार को कहा कि इस प्रतिनिधिमंडल में और सदस्यों को भी शामिल करना चाहिए था.

फखरुल हसन चांद ने समाचार एजेंसी से कहा, “समाजवादी का मानना है कि जो प्रतिनिधिमंडल विदेश जा रहा है, उसमें और भी सदस्यों को शामिल किया जाना चाहिए था. उन्होंने (सरकार) अपनी मनमर्जी से लोगों को इसमें शामिल किया. अगर किसी दल ने अपने नाम भेजे हैं तो वह उसे अनदेखा कर अपनी मर्जी के लोगों को भेजना चाहते हैं. मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर भाजपा को राजनीति नहीं करनी चाहिए थी. लेकिन वे किसी भी मुद्दे पर राजनीति करने से बाज नहीं आते हैं.”

समाजवादी पार्टी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के बारे में किए गए एक पोस्ट को लेकर फखरुल हसन चांद ने कहा, “समाजवादी पार्टी का मानना है कि भाषा की मर्यादा सभी पक्षों को बनाए रखनी चाहिए. दोनों पक्षों को इस सम्मान को बनाए रखना चाहिए. अखिलेश यादव ने पूरे मामले में हस्तक्षेप कर सभी पक्षों को संदेश दिया है कि राजनीति में इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. इस पूरे प्रकरण पर हमारी पार्टी चाहती है कि कोई नया विवाद न हो. दोनों ही पक्षों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए. कोई भी ऐसी भाषा का इस्तेमाल न करे, जो सही न हो.”

योगी कैबिनेट में दूसरे मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए सपा नेता ने कहा, “केशव प्रसाद मौर्य को पहले अपनी पार्टी को देखना चाहिए. जिस पार्टी में झूठ की फैक्ट्री चलती हो, जो पार्टी फर्जी अकाउंट के जरिए लोगों की इमेज को खराब करने का काम करती हो, उस दल के नेता के मुंह से इस तरह की बात अच्छी नहीं लगती है. बलिया से लेकर मध्य प्रदेश तक सबने उनका चाल-चरित्र देखा है.”

एफएम/एकेजे