नई दिल्ली, 18 मई . सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज हैं. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव लड़ रहे अधिवक्ताओं ने अपने-अपने मुद्दे उठाने शुरू कर दिए हैं. यह चुनाव दो दिन बाद होने वाला है.
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव ग्रुप हाउसिंग सोसायटी लिमिटेड के वरिष्ठ अधिवक्ता और कार्यकारी चेयरमैन प्रवीन एच. पारेख ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) के उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में रविवार को मीडिया से बात की.
पारेख ने कहा कि उपाध्यक्ष चुने जाने पर वह सभी सदस्यों को उचित दरों पर स्थायी आवास दिलाने के लिए काम करेंगे. वह एससीबीए और सरकारी एजेंसियों के समक्ष सदस्यों की आवाज मजबूती से उठाएंगे. उन्होंने कहा कि यहां पर भारत के कई राज्यों से अधिवक्ता आते हैं. दिल्ली में बाहर से आने वाले वकीलों को यहां अपना निजी घर लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्हें बहुत महंगे किराए पर घर लेना पड़ता है या बड़ी कीमत पर घर खरीदना पड़ता है. इन लोगों को होम लोन लेने में बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है. बैंक अधिवक्ताओं को लोन नहीं देना चाहते. इसी तरह की कई समस्याओं का अधिवक्ताओं को सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा कि साल 2005 से लंबित आवासीय संकट जारी है, लेकिन इस पर कोई काम नहीं हो पाया है. कई बार सरकार से इस स्थिति पर अवगत कराया गया लेकिन इस पर कोई काम नहीं किया गया. लगभग दो दशकों से बार-बार आश्वासनों और अपेक्षाओं के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे हाउसिंग सोसायटी के सदस्यों को घर नहीं मिल पाया.
उन्होंने कहा कि इसी के चलते भारत सरकार, कानून मंत्रालय को चिट्ठी भी लिखी है, जिसमें उन्होंने इस समस्या का निवारण करने की मांग भी की है. उन्होंने कहा है कि ये मांग लंबे समय से चल रही है, अब वक्त आ गया है कि इनका समाधान किया जाए.
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एएसएच/एएस