क्यों जरूरी है बारिश में नहाना, आसमान से गिरे ‘अमृत’ से मिलते हैं अनगिनत फायदे

नई दिल्ली, 18 मई . आसमान से गिरती पानी की बूंदें…अमृत समान हैं, जो कई शारीरिक समस्याओं की दुश्मन हैं. इससे न केवल मन बल्कि तन भी प्रसन्न होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे ‘आसमान से गिरा अमृत’ बताते हैं. इस ‘अमृत’ से मिलने वाले अनगिनत फायदों के बारे में जानना जरूरी है और भीगना भी!

आयुर्वेदाचार्य और स्वास्थ्य विशेषज्ञ आचार्य मनीष न केवल बारिश में नहाने से मिलने वाले फायदों के बारे में बताते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि यह जरूरी क्यों है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर सामने आए एक वीडियो में उन्होंने बताया, “बारिश में नहाने से कई फायदे मिलते हैं और यह हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायी है. देश में कई लोग हैं, जिनकी किडनी में सिस्ट है. अब आसान तरीके से समझिए कि ये सिस्ट क्या है? यह गर्मी है, शरीर की गर्मी. जब हम छोटे थे, तो बचपन में हमें घर के बड़े लोग बारिश में नहाने के लिए बाहर निकालते थे, जिससे हमारे शरीर की गर्मी निकल जाती थी.

उन्होंने आगे बताया कि आज के समय में बारिश में नहाने या भीगने को लेकर गलत खबरें फैला दी गईं कि यह नुकसानदायी है, वास्तव में ऐसा नहीं है. हमने बारिश को अपना दुश्मन बना लिया है. बारिश के पानी में नहाने से गर्मी निकल जाती है और फोड़े-फुंसी की समस्या से निजात मिलती है. तो बारिश में जाइए, खुद नहाइए और अपने बच्चों को भी नहाने दीजिए. शरीर से गर्मी निकल जाएगी तो किडनी फेल्योर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक, ब्लड प्रेशर की समस्या भी नहीं होगी.”

आयुर्वेद में उल्लेख है कि बारिश में नहाने से अद्भुत स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं. इससे शरीर और मन को ताजगी के साथ त्वचा पर जमी धूल, गंदगी भी दूर हो जाती है.

एक रिसर्च के अनुसार, बारिश की बूंदें गर्मी से संबंधित समस्याओं को रोक सकती हैं. कम पीएच स्तर के कारण यह हल्की होती हैं. बारिश के पानी में नहाने से शरीर में खुशी और आनंद के लिए जिम्मेदार हार्मोन एंडोर्फिन और सेरोटोनिन का स्राव होता है, जो कि आज के तनाव भरे समय के लिए बेहद फायदेमंद है. यह मन को प्रसन्न करने के साथ गंभीर समस्याओं को दूर करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है, जिससे रोग संक्रमण से लड़ने की ताकत मिलती है.

त्वचा विशेषज्ञ तो यह भी बताते हैं कि बारिश के पानी में नहाने से दाने, चकत्ते या किसी तरह की एलर्जी से भी राहत मिलती है. बारिश के पानी का तापमान ठंडा होता है, जो रक्त वाहिकाओं के हिसाब से एकदम सही रहता है.

हालांकि, विशेषज्ञ कुछ लोगों को बारिश में नहाने से परहेज करने को कहते हैं. उनके अनुसार, यदि आप बुखार, सर्दी-जुकाम से ग्रसित हैं और जिन लोगों की त्वचा संवेदनशील है, उन्हें पहली बारिश में नहाने से बचना चाहिए.

एमटी/केआर