उत्तर प्रदेश : गोरखपुर में जलशक्ति मंत्री ने किया मलौनी तटबंध का निरीक्षण, बरसात से पूर्व कार्य पूर्ण करने का निर्देश

गोरखपुर, 16 मई . उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को गोरखपुर जनपद के थाना सदर क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के समीप मलौनी तटबंध का निरीक्षण किया. यह तटबंध राप्ती नदी के बाएं तट पर स्थित है, जहां बाढ़ सुरक्षा से संबंधित कार्य प्रगति पर हैं.

निरीक्षण के दौरान मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी वर्षा ऋतु से पूर्व सभी कार्य हर हाल में पूरे किए जाएं ताकि बाढ़ की विभीषिका से ग्रामीणों को राहत मिल सके. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की प्राथमिकता ‘आपदा से पहले तैयारी’ की नीति पर आधारित है और बाढ़ जैसे संकट को समय से पहले नियंत्रण में लाने के लिए यह कदम आवश्यक है.

मंत्री ने कहा, “किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कार्यों की गुणवत्ता से समझौता नहीं होगा. यदि कार्य में देरी या गड़बड़ी पाई गई तो संबंधित एजेंसी और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.”

उन्होंने अधिकारियों से कार्य की गुणवत्ता, मशीनरी की उपलब्धता और कार्यदायी संस्था की प्रगति रिपोर्ट की भी समीक्षा की. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने ग्रामीणों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनीं. ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ के कारण उनकी फसलें हर साल नष्ट हो जाती हैं और आजीविका पर संकट आता है. उन्होंने आश्वस्त किया कि इस बार समय रहते प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं.

मलौनी तटबंध पर चल रहे कार्यों में तटबंध की ऊंचाई और चौड़ाई में वृद्धि, गेबियन वॉल (पत्थरों की रिटेनिंग वॉल) का निर्माण, जल निकासी चैनलों का विकास, वनस्पति संरक्षण कार्य और रियल टाइम मॉनिटरिंग प्रणाली की स्थापना शामिल है.

स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों की अब डिजिटल निगरानी की जा रही है. ‘उत्तर प्रदेश बाढ़ नियंत्रण सूचना प्रणाली’ के तहत ड्रोन सर्वे, जीआईएस मैपिंग और सैटेलाइट इमेजरी के जरिए रिपोर्टिंग की जा रही है. ग्रामीणों को एसएमएस अलर्ट, वाट्सएप ग्रुप्स और पंचायत स्तर पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से पूर्व चेतावनी भी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के सहयोग से पूर्वांचल को बाढ़-मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. गोरखपुर, बस्ती, देवरिया, संत कबीरनगर और बलरामपुर जिलों में बाढ़ सुरक्षा के लिए विशेष कार्य योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं. मलौनी तटबंध उसी व्यापक योजना का हिस्सा है.

विकेटी/एकेजे