भारत का टैबलेट मार्केट मार्च तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़ा, 5जी की हिस्सेदारी 43 प्रतिशत हुई

नई दिल्ली, 14 मई . भारत के टैबलेट मार्केट में मार्च तिमाही (जनवरी-मार्च अवधि में) सालाना आधार पर 15 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसकी वजह एंटरप्राइज सेगमेंट और कंज्यूमर दोनों की मांग में बढ़ोतरी होना है. यह जानकारी एक नई रिपोर्ट में दी गई.

साइबरमीडिया रिसर्च (सीएमआर) की ‘टैबलेट पीसी इंडिया मार्केट रिपोर्ट’ में कहा गया कि टैबलेट मार्केट में प्रीमियम सेगमेंट की हिस्सेदारी बढ़कर 41 प्रतिशत हो गई है. वहीं, पूरे टैबलेट मार्केट में 5जी का मार्केट शेयर 43 प्रतिशत पर पहुंच गया है. यह दिखाता है कि फ्यूचर-रेडी डिवाइस को लेकर ग्राहकों में जागरूकता बढ़ रही है.

2025 की पहली तिमाही में भारतीय टैबलेट मार्केट में 34 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ सैमसंग शीर्ष पर था. इसके बाद एप्पल था, जिसके पास 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी थी. वहीं, लेनोवो 19 प्रतिशत के मार्केट शेयर के साथ तीसरे स्थान पर था.

सीएमआर के इंडस्ट्री इंटेलिजेंस ग्रुप (आईआईजी) की वरिष्ठ विश्लेषक मेनका कुमारी ने कहा, “भारतीय टैबलेट बाजार ने 2025 की पहली तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया, जो प्रीमियम सेगमेंट में मजबूत वृद्धि और 5जी अपनाने में वृद्धि के कारण संभव हुआ है. सैमसंग, एप्पल, लेनोवो और श्याओमी जैसे ब्रांड अलग-अलग प्राइस सेगमेंट में विभिन्न पेशकशों के साथ उपभोक्ताओं की बदलती अपेक्षाओं का लाभ उठाने में सफल रहे हैं.”

एप्पल के टैबलेट कारोबार में सालाना आधार पर 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई और 21 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी हासिल की है. ​एप्पल आईपैड 11 सीरीज कंपनी का टॉप सेलिंग टैबलेट सीरीज थी, जिसकी कुल शिपमेंट में हिस्सेदारी 49 प्रतिशत रही है.

रिपोर्ट में बताया गया कि छोटे आधार होने के कारण वनप्लस के मार्केट शेयर में 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.

सीएमआर का अनुमान है कि भारत का टैबलेट मार्केट 2025 में 10-15 प्रतिशत बढ़ सकता है.

रिपोर्ट में बताया गया कि अच्छे कैमरे और परफॉर्मेंस वाले टैबलेट वर्क, लर्निंग और एंटरटेनमेंट सेगमेंट में मजबूत विकल्प के रूप में उभर रहे हैं.

एबीएस/