त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा की पारदर्शी भर्ती ने लोगों का दिल जीता

अगरतला, 13 मई . त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने मंगलवार को कहा कि विकास और पारदर्शिता उनके प्रशासन के केंद्र में हैं. इस दौरान, उन्होंने विपक्ष पर झूठे आख्यानों और राजनीति से प्रेरित आलोचना के जरिए जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया.

अगरतला के रवींद्र शतबार्षिकी भवन में एक समारोह में 975 नए पुलिस कांस्टेबलों को नियुक्ति पत्र दिए गए. इस दौरान सीएम साहा ने कहा कि उनकी सरकार भाई-भतीजावाद और राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त, अच्छा शासन देने के लिए प्रतिबद्ध है.

मुख्यमंत्री ने कहा, “643 पुरुष और 332 महिला पुलिस कांस्टेबलों की यह सामूहिक भर्ती हमारे कानून प्रवर्तन को मजबूत करने में एक मील का पत्थर है. प्रत्येक नियुक्ति योग्यता के आधार पर स्वच्छ, पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से की जा रही है, न कि राजनीतिक नारों के आधार पर.”

साहा ने घोषणा की कि सरकार भर्ती का एक और दौर शुरू करने के लिए तैयार है, जिसमें 916 कांस्टेबल, 218 सब-इंस्पेक्टर और 6,067 विशेष कार्यकारी शामिल हैं. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सभी चयन निष्पक्ष तरीके से किए जाएंगे. वह दिन गए जब नौकरियां विरोध या राजनीतिक पहचान के आधार पर दी जाती थीं. हमने उस व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है. आज आपकी योग्यता और कड़ी मेहनत किसी भी चीज से अधिक मायने रखती है.

कार्यक्रम में नवनियुक्त कांस्टेबलों के परिवारों ने भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सरकार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया.

एक नवनियुक्त कांस्टेबल की मां अंजुली शील ने कहा, “मेरे बेटे ने इस अवसर के लिए बहुत मेहनत की है. हम भर्ती को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हैं. इससे हमें उम्मीद मिलती है.”

सीमा दत्ता ने भी यही भावना व्यक्त करते हुए कहा, “मैंने पहले भी सुना था कि नियुक्तियां अच्छी पहुंच वालों को दी जाती थीं. लेकिन इस सरकार ने साबित कर दिया है कि योग्यता रखने वाला कोई भी व्यक्ति नौकरी पा सकता है. मैं वास्तव में आभारी हूं.”

नवनियुक्त कांस्टेबल बिप्रोजित पॉल ने कहा, “यह नौकरी पाना मेरे लिए बहुत मायने रखता है. मुझे त्रिपुरा के लोगों की सेवा करने पर गर्व है और मैं आभारी हूं कि मुझे निष्पक्ष प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया.”

सबाना बेगम ने कहा, “यह अद्भुत लगता है. मेरा पूरा परिवार आज खुश है. हमें यह अवसर देने के लिए मैं सरकार का धन्यवाद करती हूं.”

सीएम साहा ने अपने नेतृत्व में कानून-व्यवस्था में कई सुधारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा अब राष्ट्रीय स्तर पर अपराध दर में तीसरे सबसे निचले स्थान पर है, 2024 में यातायात दुर्घटनाओं में 13 प्रतिशत की कमी आई है और 2025 के पहले चार महीनों में 40 प्रतिशत की कमी आएगी, 2024 में नशीली दवाओं की जब्ती में 106 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और नशीले पदार्थों को नष्ट करने की कार्रवाई 132 प्रतिशत तक बढ़ी है. त्रिपुरा पुलिस, टीएसआर और बीएसएफ के समन्वित प्रयासों से बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ के लिए एफआईआर में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और गिरफ्तारियों में 36 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, त्रिपुरा में पिछले एक दशक में अपराध में 30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.

मुख्यमंत्री ने ऑनलाइन फर्जी खबरें या भड़काऊ कंटेंट फैलाने वालों के खिलाफ भी सख्त रुख अपनाया. साहा ने चेतावनी देते हुए कहा, “हम डिजिटल स्पेस पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं. अशांति फैलाने या झूठ फैलाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.”

साहा ने सरकार की रोजगार योजनाओं पर जोर देते हुए कहा कि 2 फरवरी से 13 मई, 2025 तक विभिन्न विभागों में 4,499 नियुक्ति पत्र जारी किए गए. मार्च से अब तक, 17,554 सरकारी नौकरियां, जिनमें मृत्यु-के-बाद-नौकरी के मामले भी शामिल हैं, एक “पारदर्शी और नियम-आधारित प्रणाली” के माध्यम से भरी गई हैं.

इस दौरान सीएम साहा ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख का भी जोरदार समर्थन किया. साहा ने कहा, “पीएम का संदेश श्यामा प्रसाद मुखर्जी की विचारधारा को दर्शाता है – राष्ट्रवादी, दृढ़ इच्छाशक्ति वाले और अपनी प्राथमिकताओं में स्पष्ट.”

पाकिस्तान के साथ संबंधों पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस रुख को दोहराया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन व्यापार और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते. उन्होंने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों का भविष्य पाकिस्तान के आचरण पर निर्भर करता है.

पीएसके/एकेजे