नेपाल: भारतीय राजदूत ने प्रधानमंत्री ओली से की मुलाकात, भारत-पाक तनाव पर हुई चर्चा

काठमांडू, 10 मई . नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने शुक्रवार को काठमांडू में नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से मुलाकात की और उन्हें पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की जानकारी दी. इस हमले में 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक सुदीप न्यौपाने भी शामिल थे.

नेपाल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर बताया, “भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने आज (शुक्रवार को) प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली से शिष्टाचार भेंट की. इस दौरान उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव की जानकारी दी. जवाब में प्रधानमंत्री ओली ने वैश्विक शांति के प्रति नेपाल की अटूट प्रतिबद्धता दोहराई.”

यह मुलाकात उस समय हुई जब पाकिस्तान की सेना ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और अन्य स्थानों पर नागरिक और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल और ड्रोन से हमला करने का प्रयास किया, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया.

इससे पहले, नेपाल ने गुरुवार को पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर गहरी चिंता व्यक्त की थी.

भारतीय सेना द्वारा 22 अप्रैल को हुए भयावह आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया गया, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया.

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “इस दुखद समय में नेपाल और भारत ने साझा दुख और पीड़ा में एकजुटता दिखाई है. यह उल्लेखनीय है कि नेपाल ने आतंकी हमले की तत्काल और स्पष्ट शब्दों में निंदा की थी, जो कि सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ उसकी सख्त नीति को दर्शाता है.”

बयान में कहा गया, “नेपाल आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष में सभी के साथ खड़ा है. अपनी सिद्धांतवादी नीति के अनुरूप नेपाल अपनी भूमि का उपयोग किसी भी शत्रुतापूर्ण गतिविधि के लिए नहीं होने देगा. नेपाल तनाव के खत्म होने की उम्मीद करता है और क्षेत्र में स्थायी शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है.”

इससे पहले, नेपाल में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए, जिनमें काठमांडू स्थित पाकिस्तानी दूतावास के बाहर भी प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की कड़ी निंदा की.

राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी समेत कई नेपाली नागरिक संगठनों और राजनीतिक प्रतिनिधियों ने विरोध मार्च में हिस्सा लिया. उन्होंने “सुदीप न्यौपाने को न्याय दो” जैसे बैनरों के साथ पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तस्वीर पर जूते-चप्पल बरसाए.

हमले के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और इस भीषण घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त की. प्रधानमंत्री ओली ने इस आतंकी हमले को “घिनौना” बताया और प्रधानमंत्री मोदी से इस विषय पर विस्तार से चर्चा की.

डीएससी/एकेजे