हमें पिनाक जैसी मिसाइलों का प्रयोग करना चाहिए : रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कमांडर शालिनी अग्रवाल

मुंबई, 9 मई . पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों के दौरान भारतीय डिफेंस सिस्टम एस-400 ने बेहतर काम किया, जिसकी देशभर में तारीफ हो रही है. इसी बीच रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कमांडर शालिनी अग्रवाल ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से बात करते हुए भारतीय सेना की तारीफ की. इस दौरान उन्होंने पिनाक जैसी मिसाइलों के प्रयोग की बात कही.

पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमले को मार गिराने पर एस-400 की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “एलओसी पर तैनात एस-400 ने बहुत अच्छे से काम करते हुए पाकिस्तान के मिसाइल हमले को बेकार कर दिया. वहीं, ऑपरेशन सिंदूर का जो नाम दिया गया, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत बेहतरीन सोच को दर्शाता है. जो बहनों और माताओं ने पहलगाम में अपना सिंदूर खोया था, उनका बदला लिया गया है.”

एस-400 की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “रूस से लिए गए इस एयर डिफेंस सिस्टम ने अपना काम करके अपनी खूबी को दिखा दिया है. हमारे पास बाकी जो मिसाइल हैं, जिसमें पिनाक भी शामिल है, उन्हें निकाल लेना चाहिए. अब हमें इनकी जरूरत है. हमें इन्हें सिर्फ प्रतीक की तरह न रखकर चलाना चाहिए.”

भारतीय एयर डिफेंस की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान जो हवाई बातें कर रहा है कि हमारे जेट गिरा दिए, उनके यहां जो हमने धुआं-धुआं किया है, उसका असर देखने को मिलता है. हमारे एयर डिफेंस सिस्टम बहुत पुख्ता और मजबूत हैं, एस-400 ने इसका सभी को प्रमाण दिया है.”

उन्होंने कहा, “पीएम मोदी ने जो काम किया है, वह हम पिछले 70 साल में नहीं कर पाए. हम सिर्फ शांति की बातें करते रहे. मुंबई हमले के बाद हमें मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए था. लेकिन आज हम ऑपरेशन सिंदूर के तहत जवाब दे रहे हैं.”

उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना ने मंगलवार देर रात (6-7 मई) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) और पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ठिकानों को तबाह कर दिया. बौखलाए पाकिस्तान की तरफ से बुधवार रात (7-8 मई) भारत के कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की गई, जिसे नाकाम कर दिया गया. जवाब में भारत ने टारगेटेड हमला करके पाक के कई एयर डिफेंस सिस्टम को सफलता पूर्वक निशाना बनाकर नष्ट कर दिया.

पाकिस्तानी मिसाइल और ड्रोन हमलों के दौरान भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 ने बेहतरीन काम किया, जिसकी देश भर में तारीफ हो रही है.

एससीएच/एकेजे