जापान की एसएमबीसी के साथ शुरुआती चरण में हिस्सेदारी बेचने की बातचीत : येस बैंक

मुंबई, 6 मई . प्राइवेट सेक्टर के ऋणदाता येस बैंक ने मंगलवार को कहा कि जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्प (एसएमबीसी) के साथ हिस्सेदारी बिक्री के लिए बातचीत फिलहाल प्रारंभिक चरण में है.

येस बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “ऐसी चर्चाएं प्रारंभिक चरण में हैं और सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशन, 2015 के विनियमन 30 के तहत इस चरण में डिस्क्लोजर की आवश्यकता नहीं है.”

मुंबई मुख्यालय वाले निजी क्षेत्र के बैंक ने यह भी कहा कि वह नियमित रूप से शेयरधारक मूल्य बढ़ाने के उद्देश्य से अवसरों की खोज करता है.

येस बैंक का बयान मीडिया रिपोर्ट्स के जवाब में आया कि वह एसएमबीसी को महत्वपूर्ण हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत कर रहा है, जो महीनों की बातचीत के बाद अंतिम चरण में पहुंच गई है.

इस कदम से सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार, येस बैंक में अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के लिए एक खुली पेशकश शुरू होने की उम्मीद है.

मंगलवार को सुबह के कारोबार में येस बैंक के शेयर में 8 प्रतिशत से अधिक की उछाल आया, क्योंकि ऐसी खबरें आई थीं कि हिस्सेदारी बिकने वाली है.

हालांकि, बाद में शेयर की कीमत 1.5 प्रतिशत बढ़कर बंद होने के साथ ही अधिकांश लाभ समाप्त हो गया.

सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एसबीआई एसएमबीसी को 20 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने में रुचि रखती है. एसबीआई की येस बैंक में 23.97 प्रतिशत हिस्सेदारी है.

एसबीआई उन बैंकों के संघ का हिस्सा था, जिन्होंने 2020 में येस बैंक को बचाने के लिए हिस्सेदारी खरीदी थी, जब यह पतन के कगार पर था.

यह कदम आरबीआई द्वारा उठाया गया था, जिसने प्रमोटर से जुड़े वित्तीय घोटाले के मद्देनजर नकदी संकट के बाद येस बैंक का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था.

एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे दूसरे बैंकों से भी येस बैंक से बाहर निकलने के हिस्से के रूप में अपने कुछ शेयर एसएमबीसी को बेचने की उम्मीद है.

येस बैंक ने 31 मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में सालाना आधार पर शुद्ध लाभ में 63.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो बढ़कर 738.1 करोड़ रुपए हो गया.

यह पिछले साल की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 451.9 करोड़ रुपए रहा.

एसकेटी/एबीएम