नई दिल्ली, 6 मई . उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने 25 वर्ष की अवधि में 1,600 मेगावाट बिजली की आपूर्ति के लिए उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) और अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) के बीच बिजली खरीद समझौते (पीपीए) को मंजूरी दे दी है.
एपीएल ने अक्टूबर 2024 में आयोजित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से यह बोली हासिल की थी. बिजली की आपूर्ति उत्तर प्रदेश में स्थापित किए जाने वाले एक नए प्लांट से की जाएगी.
उत्तर प्रदेश ने राज्य में स्थापित किए जाने वाले 1,600 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट से बिजली प्राप्त करने के लिए टेंडर जारी किया था.
इस साल फरवरी में अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की सहायक कंपनी अदाणी सौर ऊर्जा (एलए) लिमिटेड ने एनर्जी स्टोरेज क्षमता विकसित करने के लिए यूपीपीसीएल से एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट जीता था.
अदाणी ग्रीन के मुताबिक, पंप्ड हाइड्रो स्टोरेज प्रोजेक्ट्स से 1,250 मेगावाट एनर्जी स्टोरेज के लिए कंपनी को लेटर ऑफ अवॉर्ड (एलओए) मिला है. यह प्रोजेक्ट यूपीपीसीएल द्वारा आयोजित ई-रिवर्स ऑक्शन के माध्यम से मिला है.
इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत प्रोजेक्ट के लिए देय वार्षिक निश्चित लागत (टैक्स को छोड़कर) 76,53,226 रुपए प्रति मेगावाट प्रति वर्ष निर्धारित की गई है.
कंपनी ने कहा है कि एग्रीमेंट, प्रोजेक्ट्स के कमर्शियल रूप से शुरू होने की तिथि से 40 वर्ष के लिए वैध होगा और इस दौरान वार्षिक निश्चित लागत में कोई बदलाव नहीं होगा. यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित है और इसे आने वाले छह वर्षों में पूरा किया जाएगा.
अदाणी पावर का नाम देश की अग्रणी बिजली कंपनियों में आता है. वित्त वर्ष 25 में कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा है और इसने 13,926 करोड़ रुपए का कंटिन्यूइंग प्रॉफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) दर्ज किया है, जो कि वित्त वर्ष 24 में 11,470 करोड़ रुपए था. इसमें सालाना आधार पर 21.4 प्रतिशत का इजाफा देखा गया है.
अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी ने वित्त वर्ष 25 में 56,473 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड कंटिन्यूइंग रेवेन्यू हासिल किया है, जो कि वित्त वर्ष 24 में 50,960 करोड़ रुपए था. कंपनी का रेवेन्यू बढ़ने की वजह अधिक बिक्री वॉल्यूम होना है.
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एबीएस/एबीएम