पणजी, 4 मई . गोवा के शिरगांव में शनिवार तड़के प्रसिद्ध श्री लैराई जात्रा के दौरान मची भगदड़ में छह लोगों की दुखद मौत हो गई, जबकि 70 से अधिक लोग घायल हो गए. गोवा पुलिस ने भगदड़ के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
गोवा सरकार ने इस घटना की गहन जांच के लिए चार वरिष्ठ अधिकारियों की एक विशेष टीम गठित की है, जिसे 48 घंटों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है. यह समिति हादसे के सभी पहलुओं की जांच करेगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव देगी. वहीं, सभी छह मृत व्यक्तियों की पहचान की जा चुकी है.
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. हादसे के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कई वरिष्ठ अधिकारियों के तबादले कर दिए. इनमें जिला कलेक्टर स्नेहा गिट्टे, पुलिस अधीक्षक (उत्तर) अक्षत कौशल, पुलिस उपाधीक्षक (बिचोलिम) जिवबा दलवी, उप कलेक्टर (बिचोलिम) भीमनाथ खोरजुवेकर और पुलिस निरीक्षक दिनेश गडेकर शामिल हैं. यह कदम हादसे के लिए जिम्मेदारी तय करने और प्रशासनिक लापरवाही को रोकने के लिए उठाया गया है.
वहीं, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “शिरगांव में हुई घटना की गहन जांच के लिए मजिस्ट्रेट जांच शुरू की जाएगी. मैं जल्द ही पूरी स्थिति की समीक्षा करने और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करूंगा.”
बता दें, यह घटना शनिवार तड़के हुई. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, घटना के पीछे भीड़भाड़ एक बड़ा कारण हो सकता है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भीड़ के एक हिस्से के नियंत्रण खो देने के बाद स्थिति और बिगड़ गई. स्थानीय लोगों और मंदिर के स्वयंसेवकों ने लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए दौड़ लगाई.
यह भगदड़ उस समय हुई जब हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में सदियों पुरानी रस्म को देखने और उसमें भाग लेने के लिए उमड़े थे, जहां आस्थावान नंगे पैर जलते अंगारों पर चलते हैं. भगदड़ तब हुई जब धार्मिक यात्रा के एक बिंदु पर ढलान के कारण भीड़ एक साथ तेजी से आगे बढ़ने लगी.
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एकेएस/डीएससी