गढ़वा, (झारखंड) 3 मई . ग्रामीण भारत में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, गढ़वा जिले के 26 सरकारी स्कूलों को पीएम श्री (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना के तहत बदल दिया गया है, जिससे क्षेत्र के शैक्षिक परिदृश्य में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में शुरू की गई केंद्र सरकार की पहल के तहत पिछले साल गढ़वा के 24 मिडिल और हाई स्कूलों को मॉडल स्कूलों में बदलने के लिए चुना गया था. अब एक साल बाद, यह बदलाव इन संस्थानों में बुनियादी ढांचे और शैक्षणिक माहौल दोनों को बदल रहा है. गढ़वा के ग्रामीण इलाके में चयनित स्कूलों में से एक जटा हाई स्कूल में बदलाव शानदार हैं.
स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल बोर्ड, प्रयोगशालाएं, अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय, खेल के मैदान, स्वच्छ पेयजल, उचित स्वच्छता और यहां तक कि सौर ऊर्जा से चलने वाली प्रणाली जैसी आधुनिक सुविधाएं स्थापित की गई हैं, जो स्कूल को 21वीं सदी के शैक्षिक मानकों के अनुरूप बनाती हैं. लेकिन इसका असर बुनियादी ढांचे से कहीं आगे तक जाता है.
जटा हाई स्कूल के प्रिंसिपल राजेश कुमार दास ने कहा कि इस पहल ने छात्रों के सीखने के तरीके में उल्लेखनीय बदलाव किया है. उन्होंने कहा, “पीएम श्री का दर्जा मिलने से हमारे स्कूल का माहौल पूरी तरह बदल गया है. शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और छात्र अब नियमित कार्यक्रमों और गतिविधियों के माध्यम से अधिक जुड़ रहे हैं.”
छात्र भी इस बदलाव को महसूस कर रहे हैं. स्कूल की दो छात्राएं रिया और सोनाली ने अपनी खुशी जाहिर की. छात्राओं ने बताया, “हम अपने पीएम श्री स्कूल को लेकर बहुत उत्साहित हैं. अब, सब कुछ अच्छी तरह से व्यवस्थित है और हमारे यहां सभी तरह की गतिविधियां हो रही हैं.”
जिला अधिकारियों ने भी इस योजना के व्यापक प्रभाव के लिए प्रशंसा की. गढ़वा के जिला शिक्षा अधिकारी मोहम्मद कैसर ने इसे जिले के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया.
उन्होंने कहा, “यह केंद्र सरकार का एक बड़ा कदम है. गढ़वा को पूरे राज्य में सबसे अधिक पीएम श्री स्कूल मिले हैं. इन स्कूलों में अब माहौल बहुत अच्छा है और बच्चे कई तरह की गतिविधियों में हिस्सा ले रहे हैं.”
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एससीएच/एबीएम