डोंबिवली, 2 मई . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में डोंबिवली के तीन नागरिकों की मौत हो गई थी. इनमें हेमंत जोशी, संजय लेले और अलुक मोने शामिल थे. इस घटना ने पूरे इलाके में शोक पैदा कर दिया.
इस हृदयविदारक घटना के बाद अब तीनों जान गंवाने वालों की स्मृति को याद रखने के लिए डोंबिवली में शहीद स्मारक निर्माण की मांग की गई है.
डोंबिवली विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण ने इस संबंध में कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका आयुक्त को पत्र लिखकर डोंबिवली पश्चिम स्थित भागशाला मैदान में स्थायी शहीद स्मारक निर्माण का प्रस्ताव रखा है.
चव्हाण ने अपने पत्र में लिखा है कि यह हमला मात्र एक त्रासदी नहीं, बल्कि उन नागरिकों की राष्ट्र के प्रति बलिदान की गौरवगाथा है, जिसे भुलाया नहीं जाना चाहिए. उन्होंने इस स्मारक को आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में विकसित करने की आवश्यकता जताई है.
विधायक चव्हाण ने प्रशासन से आग्रह किया है कि वह इस स्मारक के निर्माण को त्वरित मंजूरी दे और इसके लिए लगभग 1.25 करोड़ रुपए की निधि का प्रावधान करे. साथ ही स्मारक स्थल की सौंदर्यवृद्धि कर उसे एक श्रद्धास्थल के रूप में विकसित किया जाए.
हमले में जान गंवाने वाले तीनों डोंबिवली निवासी समाजसेवी, पर्यटक और अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय नागरिक थे. उनकी असामयिक मृत्यु ने डोंबिवलीवासियों को भावुक कर दिया है. नागरिकों ने भी इस पहल का स्वागत करते हुए स्मारक निर्माण की मांग को उचित ठहराया है.
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे. इस हमले के बाद केंद्र की मोदी सरकार ने पाकिस्तान पर कई तरह के कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. इनमें पाकिस्तानी नागरिकों का निष्कासन और सिंधु जल समझौता निलंबन अहम हैं. भारत सरकार ने पाकिस्तान के क्रिकेटर, सेलिब्रिटी के सोशल मीडिया अकाउंट को बैन करने के साथ ही कई यूट्यूब चैनल्स को भी ब्लॉक कर दिया है.
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डीएससी/एबीएम