नई दिल्ली, 30 अप्रैल . इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने बुधवार को वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया. जनवरी-मार्च अवधि में सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनी को 7,264.85 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है, जो कि सालाना आधार पर 50 प्रतिशत अधिक है. इससे पहले वित्त वर्ष 24 की मार्च तिमाही में कंपनी को 4,837.69 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था.
वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 2,874 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था.
कंपनी के मुनाफे में बढ़ोतरी की वजह रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार, इन्वेंट्री गेन और बेहतर परिचालन दक्षता है.
इंडियन ऑयल के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 10 रुपए की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 3 रुपए का डिविडेंड घोषित किया है.
इंडियन ऑयल का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) 8 डॉलर प्रति बैरल रहा है. इससे पहले की तिमाही में कंपनी का जीआरएम 2.9 डॉलर प्रति बैरल था.
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी का ईबीआईटीडीए मार्जिन 7 प्रतिशत रहा है, जो कि तीसरी तिमाही में 3.7 प्रतिशत था.
तिमाही आधार पर कंपनी का ईबीआईटीडीए 90 प्रतिशत बढ़कर 13,572 करोड़ रुपए हो गया है, जो कि पिछली तिमाही में 7,117 करोड़ रुपए था.
वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में कंपनी की ऑपरेशंस से आय बढ़कर 1.95 लाख करोड़ रुपए हो गई है, तीसरी तिमाही में यह आंकड़ा 1.94 लाख करोड़ रुपए था.
इससे पहले दिन में, कंपनी ने अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी टेरा क्लीन लिमिटेड में 1,086 करोड़ रुपये के अतिरिक्त इक्विटी निवेश की घोषणा की, इस निवेश से 4.3 गीगावाट की नई रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता स्थापित की जाएगी.
नतीजों की घोषणा के बाद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के शेयरों में उछाल आया और कमजोर बाजार में 1.08 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ. पिछले एक महीने में शेयर ने करीब 5 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.
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एबीएस/