पीओके लेने की बात कहना भाजपा का सिर्फ चुनावी वादा : उमंग सिंघार

भोपाल, 29 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद पूरे देश में गुस्सा और शोक का माहौल है. इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव को हवा दे दी है. इस पर मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि जब भी देश पर हमला होता है, तो यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि आंतरिक सुरक्षा को मजबूत बनाए और देशवासियों को सुरक्षा का भरोसा दे.

उमंग सिंघार ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान का पानी रोकने का जो निर्णय लिया है, वह एक प्रतीकात्मक कदम हो सकता है, लेकिन असली सवाल यह है कि आतंकवाद कब खत्म होगा. उन्होंने कहा कि 2014 से 2024 तक कई आतंकी हमले हुए हैं, जिनका सरकार ने पर्याप्त रूप से जवाब नहीं दिया.

उन्होंने सवाल उठाया कि जब यूपीए सरकार के समय आतंकी घटनाएं होती थीं, तब भाजपा के नेता केंद्र सरकार की आलोचना करते थे और दावा करते थे कि सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होती है. अब वही लोग जब सत्ता में हैं, तो सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं.

सिंघार ने कहा कि 10 साल तक केंद्र में सरकार चलाने के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी को आंतरिक सुरक्षा की याद आ रही है, यह बात आश्चर्यजनक है. उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध किसी समस्या का स्थायी समाधान नहीं होता और ऐसे निर्णय बहुत सोच-समझकर लेने चाहिए.

साथ ही उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि भाजपा पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) को वापस लेने की बातें करती है, लेकिन क्या यह वास्तव में संभव है या केवल चुनावी वादा बनकर रह गया है. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा में इतना साहस है, तो उसे दिखाना चाहिए कि वह केवल घोषणाएं नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई करने में सक्षम है.

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