पाकिस्तान हमारा खून बहाए, हम उसे पानी पिलाएं, यह नहीं हो सकता : शाहनवाज हुसैन

नई दिल्ली, 28 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 सैलानियों के मारे जाने के बाद भारत सरकार ने सिंधु बेसिन की स‍िंधु, झेलम, चिनाब नदियों का 80 फीसदी पानी, जो पाकिस्तान के लिए तय किया गया था, उसे भी बंद करने का ऐलान कर दिया. इस पर भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि पाकिस्तान हमारा खून बहाए और हम उसे पानी पिलाएं, यह नहीं हो सकता.

उन्होंने से बात करते हुए कहा कि हम पाकिस्तान को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसा देंगे. जो पानी पाकिस्तान के पास जा रहा है, उसकी सबसे ज्यादा जरूरत हमें है. जब देश का बंटवारा हुआ था, तब जिन्ना ने नदियों के बारे में नहीं सोचा था. नेहरू जी ने साल 1960 में तीन नदियों के पानी को पाकिस्तान को गिफ्ट कर दिया.

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हमने जो पानी पाकिस्तान को गिफ्ट किया, इसके बदले में हमें मिला क्या? सिर्फ आतंक. हम आतंक को खत्म करने के लिए पानी बंद करेंगे.

इसके बाद पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी की परमाणु बम से हमले की धमकी पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में डर का इतना माहौल है कि बिलावल भुट्टो के परिवार के सारे लोग कनाडा भाग गए. जनरल आसिम मुनीर के घर के लोग भी देश छोड़कर भाग रहे हैं. पाकिस्तानियों को नींद नहीं आ रही है. पाकिस्तान का आलम इस समय यह है कि वहां नींद की गोलियां सबसे ज्यादा बिक रही हैं. पूरा पाकिस्तान डर के मारे थर-थर कांप रहा है. वह और करें आतंक. ऐसे ही करारा जवाब मिलेगा.

इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार के उस बयान की भी कड़ी आलोचना की जिसमें कहा गया था कि “आतंकियों के पास इतना समय नहीं होता कि वे धर्म पूछकर मारें.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे. कांग्रेस के नेताओं के बयान को पाकिस्तान डोजियर में शामिल करता है. इस समय पाकिस्तान की टीवी पर कांग्रेसी नेता ही छाए हुए हैं. इस समय पाकिस्तान में सिद्धारमैया के बयान को प्रमुखता से दिखाया जा रहा है. उनके एक्साइज मिनिस्टर ने कहा कि आतंकियों ने धर्म पूछा इसका क्या सबूत. ऐसा ही बयान रॉबर्ट वाड्रा ने दिया. कांग्रेस पार्टी का अपने नेताओं पर ही कंट्रोल नहीं है. एक तरफ सर्वदलीय बैठक में सरकार का समर्थन कर रहे हैं, दूसरी तरफ उनके नेता ऐसी बयानबाजी कर रहे हैं.

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