मुंबई, 28 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने कई अहम फैसले लिए. देश की सभी राजनीतिक पार्टियों ने आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई में भारत सरकार के साथ होने की बात कही है. इसी बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने इस मुद्दे भारत सरकार के साथ खड़े रहने की अपनी बात दोहराई.
पहलगाम हमले पर उठ रहे सवाल पर एनसीपी (एसपी) नेता सुप्रिया सुले ने कहा, “इस मुद्दे पर मुझे कांग्रेस की लाइन पता है. जब हम सर्वदलीय बैठक में गए थे, तो वहां पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी दोनों नेता उपस्थित थे. वहां पर कांग्रेस की जो लाइन थी, उनके अधिकारिक लाइन को हमने सुना है. यह तू तू-मैं मैं करने का वक्त नहीं है. पूरी ताकत के साथ पूरा विपक्ष एक है और भारत सरकार के साथ खड़ा है. यह हमला भारत पर हुआ है और भारत पर जब कोई हमला होगा, तो सत्ता में कोई भी सरकार हो, हम उसके साथ भारत के लिए खड़े रहेंगे.”
उन्होंने कहा, “अभी टीका-टिप्पणी करने का वक्त नहीं है. हमने केंद्र सरकार के साथ खड़ा होने का वादा किया है. जब तक हम इस परेशानी से नहीं निकलते, केंद्र सरकार पर टीका टिप्पणी नहीं करेंगे. आज जम्मू-कश्मीर में जो भी रह रहा है, वो हमारे भारतीय भाई-बहन हैं. अभी उनके साथ रहने का वक्त है.”
मुंबई के प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर में लगी आग पर सुले ने कहा, “मुझे समझ में नहीं आ रहा है, मैं बीएमसी से एक सवाल पूछना चाहती हूं कि ईडी एक सरकारी दफ्तर है और एक सरकार दफ्तर में फायर ऑडिट नहीं होता है क्या? महाराष्ट्र के किसी एक बिल्डिंग में फायर ऑडिट के पेपर में कमी आ जाए, तो उसे नोटिस आ जाती है और उस पर बहुत ज्यादा टैक्स लगाया जाता है. ऐसे में ईडी की इतनी महत्वपूर्ण बिल्डिंग में क्या फायर ऑडिट नहीं हुआ था. मैं उस बिल्डिंग में कई बार जा चुकी हूं. वहां पूरा कमर्शियल रास्ता है और बहुत चौड़े नक्शे हैं. जब वहां पर आग लगी तो समय पर गाड़ी क्यों नहीं पहुंची. यह पूरी तरह से फेलियर साबित हुआ.”
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