जम्मू, 28 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना पर जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा ने सोमवार को सफाई दी कि उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि “पाकिस्तान के साथ बात होनी चाहिए”.
मीडिया ने जब कर्रा से पूछा कि वह कह रहे हैं कि पाकिस्तान के साथ वार्ता होनी चाहिए, तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भड़क गए. उन्होंने कहा, “मैंने कभी नहीं कहा. हमारे नेता और सांसद राहुल गांधी ने पहले ही कह दिया है कि वह इस मुद्दे पर केंद्र सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं. भारत सरकार जो भी फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं. मैंने कभी नहीं कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत होनी चाहिए.”
कर्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी सफाई दी. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, “मैं पहलगाम हत्याकांड पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा अपनाए गए रुख को दोहराता हूं कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इस महत्वपूर्ण मोड़ पर सरकार के साथ एकजुट है. राष्ट्रीय हित और संप्रभुता से जुड़े मामलों में हम सभी आवश्यक और उचित कार्रवाई के लिए अपना पूरा समर्थन देते हैं. देश की अखंडता की रक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए.”
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता ने एक निजी टेलीविजन चैनल पर कहा था, “मैं दोनों पक्षों से अनुरोध करता हूं कि वे संयम बनाए रखें. जो भी करना है, बातचीत के माध्यम से किया जाना चाहिए. दोनों देशों को अब और तबाही की ओर नहीं धकेला जाना चाहिए.”
पहलगाम हमले को लेकर सोमवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया गया था, जिसमें कुछ राजनीतिक दलों द्वारा इस बात पर जोर दिया गया था कि भारत को पाकिस्तान के साथ बात करनी चाहिए.
अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) विधायक खुर्शीद अहमद शेख भी पाकिस्तान के साथ वार्ता करने की बात कह चुके हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेना सरकार का काम है कि वह किस तरह से पाकिस्तान को जवाब देना चाहती है. सरकार ने कई फैसले भी लिए हैं, लेकिन बातचीत भी होनी चाहिए, बातचीत से मसले का हल हो सकता है.
कांग्रेस नेता निजामुद्दीन भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत सरकार फैसला लेगी. लेकिन, बातचीत का एक विकल्प भी खुला रखा जाना चाहिए.
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डीकेएम/एकेजे