नई दिल्ली, 27 अप्रैल . दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो गैंगरेप के एक सनसनीखेज मामले में वांछित था और गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर फायरिंग भी की.
डीसीपी क्राइम हर्ष इंदोरा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान जावेद उर्फ पावा उर्फ सनी उर्फ बबलू (उम्र 37 वर्ष), निवासी टैगोर गार्डन, दिल्ली के रूप में हुई है. वह पश्चिमी जिले के थाना ख्याला का हिस्ट्रीशीटर है और दिल्ली में दर्ज गैंगरेप के एक मामले में वांछित था, जिसमें बंदूक की नोक पर दुष्कर्म किया गया था.
पुलिस के अनुसार, एएसआई देवेंद्र को सूचना मिली थी कि ख्याला थाने का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर जावेद, जो गैंगरेप के मामले में फरार है, वजीराबाद थाना क्षेत्र में मौजूद है और उसके पास अवैध हथियार भी है. सूचना पर कार्रवाई करते हुए एनआर-द्वितीय, क्राइम ब्रांच की एक टीम का गठन किया गया.
ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीम ने आरोपी जावेद को जगतपुर पुश्ता के पास वाहन से उतरते देखा. टीम ने उसे रुकने का इशारा किया, लेकिन आरोपी ने पुलिस टीम के एक सदस्य हेड कांस्टेबल विकास पर फायरिंग कर दी. गोली एचसी विकास के कान के पास से गुजरी और वे बाल-बाल बचे.
जावेद ने दोबारा फायरिंग की कोशिश की, लेकिन हेड कांस्टेबल विकास ने साहस दिखाते हुए उसे पकड़ लिया. दोनों के बीच हाथापाई हुई, जिससे जावेद दोबारा फायर नहीं कर पाया. अंततः एचसी विकास और एसआई बलराज ने आरोपी को काबू में कर लिया और उसके पास से एक अवैध पिस्टल तथा पांच जिंदा कारतूस बरामद किए.
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि जनवरी 2025 के अंतिम सप्ताह में एक महिला ने थाना नबी करीम में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया था कि मई 2024 में उसकी दोस्ती अंकुश नामक युवक से हुई थी, जिससे वह गर्भवती हो गई थी, लेकिन अंकुश ने उसके साथ मारपीट की, जिससे उसका गर्भपात हो गया.
दिसंबर 2024 में अंकुश का दोस्त जावेद बंदूक लेकर उसके घर आया और बंदूक की नोक पर उसके साथ बलात्कार किया. इस मामले में अंकुश को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि जावेद फरार था और लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था.
पुलिस ने बताया कि आरोपी जावेद पर पहले से ही लूटपाट, झपटमारी समेत लगभग तीन दर्जन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं.
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