भुवनेश्वर, 24 अप्रैल . पहलगाम आतंकी हमले के बाद वहां फंसे कुछ ओडिशावासियों की गुहार भाजपा सांसद संबित पात्रा ने सुनी. सांसद मंगलवार को उन्हें लेकर भुवनेश्वर पहुंचे. पात्रा ने से बातचीत में बताया कि पहलगाम हमले से ठीक पहले पुरी जिले के सात सरपंच और पंचायत समिति सदस्य वहां मौजूद थे, जो छुट्टियों पर गए थे और बाद में हमले की खबरों के बाद बुरी तरह डर गए थे. ऐसे हालात में उन्होंने पात्रा से संपर्क किया.
संबित पात्रा ने बताया कि जैसे ही उन्हें यह जानकारी मिली, उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के कार्यालय से संपर्क किया और समन्वय स्थापित करते हुए तत्काल राहत कार्य शुरू करवाया. गवर्नर कार्यालय ने स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इन सरपंचों और पंचायत प्रतिनिधियों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए योजना बनाई और राहत कार्य में तेजी लाई गई.
उन्होंने कहा कि जम्मू पहुंचने पर भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने उनकी पूरी मदद की. इसके बाद पात्रा ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और रेलवे विभाग ने त्वरित प्रतिक्रिया करते हुए सभी के लिए ट्रेन टिकट की व्यवस्था की. यात्रियों को नाश्ता और चाय उपलब्ध कराकर दिल्ली के लिए रवाना किया गया. दिल्ली पहुंचने पर ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर कार्यालय ने सभी के लिए व्यवस्था की, जिससे उन्हें किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई.
संबित पात्रा ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया एक समन्वित प्रयास का परिणाम थी जिसमें जम्मू-कश्मीर प्रशासन, रेलवे मंत्रालय, दिल्ली स्थित ओडिशा भवन और भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिलकर कार्य किया. उन्होंने कहा कि आज पंचायती राज दिवस के दिन यह घटना और भी भावनात्मक हो जाती है, क्योंकि ये सभी पंचायती राज व्यवस्था के प्रतिनिधि हैं और देश के सबसे निचले स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने वाले स्तंभ हैं.
उन्होंने कहा कि ओडिशा के लिए यह क्षण दुखद है क्योंकि हमले में हमने अपने एक भाई को खोया है. पात्रा ने भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करते हुए कहा कि सभी दिवंगत आत्माओं को वैकुण्ठ धाम में स्थान मिले और उनके परिजनों को इस दुख की घड़ी में शक्ति प्राप्त हो. उन्होंने महाप्रभु जगन्नाथ का आभार प्रकट करते हुए कहा कि उन्हीं की कृपा से फंसे ओडिशा के लोग सुरक्षित लौट पाए.
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पीएसएम/केआर