रांची, 24 अप्रैल . पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की मौत के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है. इस बीच केंद्र सरकार के उठाए गए सख्त कूटनीतिक कदमों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. झारखंड से कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि सरकार का निर्णय निश्चित रूप से अहम है, लेकिन यह सिर्फ प्रारंभिक कदम हैं. उन्होंने मांग की कि अब समय आ गया है कि सरकार सिर्फ कूटनीतिक स्तर पर नहीं, बल्कि ठोस सैन्य कार्रवाई कर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे.
सुखदेव भगत ने कहा कि सिंधु जल संधि पर रोक, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करना और दूतावास बंद करने जैसे कदम कूटनीतिक दृष्टिकोण से प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन देश की जनता आज ठोस सैन्य कार्रवाई की मांग कर रही है. उन्होंने कहा कि देश में असुरक्षा की भावना व्याप्त है, और जब तक आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई नहीं होती, तब तक यह भावना खत्म नहीं होगी. प्रधानमंत्री 19 अप्रैल को कश्मीर जाने वाले थे, हमले से पहले उन्होंने अपना दौरा रद्द क्यों कर दिया, यह सवाल का विषय है.
उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों में लगभग पच्चीस लाख पर्यटक कश्मीर गए हैं और जिस क्षेत्र में हमला हुआ, वहां करीब बाईस लाख लोग पहुंचे थे. ऐसे में सुरक्षा में चूक स्पष्ट है. उन्होंने पूछा कि आखिर सुरक्षा एजेंसियां कहां थीं और इस चूक की जिम्मेदारी कौन लेगा? भगत ने यह भी कहा कि जून 2024 से अब तक डेढ़ दर्जन से अधिक आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं जिनमें 20 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. यह आंकड़े दर्शाते हैं कि स्थिति बेहद गंभीर है और सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
उन्होंने यह भी कहा कि अमरनाथ यात्रा जल्द शुरू होने वाली है, ऐसे में सुरक्षा को लेकर और अधिक सतर्कता की आवश्यकता है. पहले पर्यटकों को आतंकवादी निशाना नहीं बनाते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि आतंकवादियों को अब स्थानीय समर्थन की आवश्यकता नहीं रही या उन्हें स्थानीय जनता से कोई डर नहीं है. इससे देश के पर्यटन और आर्थिक तंत्र पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा.
सुखदेव भगत ने कहा कि सरकार को तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए और इस संकट की घड़ी में सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में ठोस निर्णय लेने चाहिए. कांग्रेस पार्टी इस मामले में केंद्र सरकार के साथ खड़ी है और कोई भी राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप नहीं चाहती. कांग्रेस ने इस मुद्दे पर आज अपनी कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हो रहे हैं.
सुखदेव भगत ने कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और अब समय आ गया है कि कूटनीति के साथ-साथ सैन्य मोर्चे पर भी निर्णायक कार्रवाई की जाए. सिर्फ वीजा बंद करने या सिंधु संधि रोकने से आतंकी नहीं रुकेंगे, बल्कि उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देना होगा, ताकि देश की जनता को यह विश्वास हो सके कि वे सुरक्षित हैं और सरकार हर हाल में आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ी है.
–
पीएसएम/केआर