अगरतला, 23 अप्रैल . पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की याद में त्रिपुरा के कोचिंग इंस्टीट्यूट ‘स्कूल ऑफ साइंस’ में बुधवार को शोक सभा का आयोजन किया गया. इस दौरान इंस्टीट्यूट में मौजूद छात्रों ने मोमबत्तियां जलाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
दरअसल, इस शोक सभा का उद्देश्य दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि देना और शोकाकुल परिवारों के साथ एकजुटता से खड़ा होना है. इसी के तहत छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की.
छात्रा अंकिता देब ने पहलगाम हमले की निंदा की. उन्होंने से बातचीत में कहा कि इस देश के युवा होने के नाते हमारे ऊपर अपने देश की रक्षा करने और अपने देश के लिए काम करने की जिम्मेदारी है. जैसा कि कल कश्मीर में जो हमला हुआ है, इसमें किसी ने अपनी पत्नी और किसी ने अपना बेटा खोया है. यह पूरे देश के लिए एक बड़ी दुखद खबर है और हम आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं. इसलिए आज हम सब सभी पीड़ित परिवारों को समर्थन देने के लिए एक साथ आए हैं. जाहिर है कि हम सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा.
वहीं, अन्य छात्र ने कहा कि कल कश्मीर में जो भी हुआ, वह बहुत ही बुरा था. इससे पहले भी पुलवामा में हमला हुआ था और उससे पहले ताज होटल को भी निशाना बनाया गया था, जिसमें पाकिस्तान का हाथ था. मैं यही कहूंगा कि देश में आतंकवाद लगभग खत्म हो चुका है. साथ ही पीड़ित परिवारों से भी अपील करूंगा कि शांति बनाए रखें, क्योंकि हमारी सेना इस हमले का बदला जरूर लेगी.
‘स्कूल ऑफ साइंस’ के अध्यक्ष अभिजीत भट्टाचार्य ने पहलगाम हमले की निंदा की. उन्होंने कहा कि भारत के मिनी स्विट्जरलैंड कहे जाने वाले पहलगाम में कल जो नरसंहार हुआ, इस बर्बर कृत्य की हम कड़ी निंदा करते हैं. हमारे पास ऐसे कृत्य को परिभाषित करने के लिए शब्द नहीं हैं. निर्दोष लोगों को बिना किसी कारण के अपनी जान गंवानी पड़ी है और इस संकट की घड़ी में हम उन सभी परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. मैं आपके माध्यम से भारत सरकार से अपील करना चाहता हूं कि कल के नरसंहार में शामिल सभी दोषियों को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं.
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