निफ्टी ने पूरे किए 29 साल, 1,000 से 26,000 तक के सफर में बनाए कई रिकॉर्ड

मुंबई, 22 अप्रैल . नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुख्य सूचकांक निफ्टी को करीब तीन दशक पूरे हो गए हैं और इस दौरान यह 1,000 से बढ़कर 26,000 के स्तर पर पहुंच गया है.

अपने 29 साल के सफर में निफ्टी ने कई मुकाम हासिल किए हैं और निवेशकों का विश्वास हासिल किया.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की ओर से निफ्टी को अपने ऑपरेशन शुरू करने के दो साल के बाद 22 अप्रैल, 1996 को लॉन्च किया गया था.

निफ्टी इंडेक्स को 3 नवंबर, 1995 की बेस डेट और 1,000 अंक की बेस वैल्यू के साथ लॉन्च किया गया था. वर्तमान में यह 15 सेक्टरों में भारत की 50 सबसे बड़ी कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करने के साथ, एनएसई के कुल फ्री-फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन के लगभग 55.48 प्रतिशत (28 मार्च, 2025 तक) का प्रतिनिधित्व करता है.

निफ्टी का अब तक का सफर शानदार रहा है. 1999 में इसने 1,000 अंक, 2007 में 5,000 अंक और 2017 में 10,000 अंक का लेवल क्रॉस किया.

बड़ी संख्या में नए निवेशकों के जुड़ने से कोरोना के बाद आई गिरावट के बाद इसके बढ़ने की रफ्तार में तेजी आई और फरवरी 2021 में 15,000 और सितंबर 2024 में 26,000 का आंकड़ा पार किया.

निफ्टी का अब तक का सबसे उच्चतम स्तर 26,216.05 अंक रहा है, जो कि 26 सितंबर, 2024 को रिकॉर्ड किया गया था.

एनएसई के मुख्य सूचकांक को इस यात्रा में कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा. सूचकांक ने कई वैश्विक और घरेलू झटकों का सामना किया है, जिसमें 2008 का वित्तीय संकट, कोविड-19 महामारी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित रेसिप्रोकल टैरिफ के चलते आई वैश्विक अस्थिरता शामिल है.

इन चुनौतियों के बावजूद, सूचकांक ने लगातार मजबूती दिखाई है और ऊपर की ओर गति जारी रखी है.

इस सूचकांक ने भारत के डेरिवेटिव बाजार के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. निफ्टी पर फ्यूचर्स और ऑप्शंस कारोबार 12 जून 2000 को शुरू हुआ और यह एक्सचेंज पर ट्रेड किए जाने वाले सबसे बड़े इंस्ट्रूमेंट्स में से एक है.

एनएसई अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रहा है. मार्च 2025 में एक्सचेंज ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) में एक विस्तृत जवाब दाखिल किया था, जिसमें इसकी आईपीओ योजनाओं के बारे में उठाए गए प्रश्नों का उत्तर दिया गया और अपने ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) को दाखिल करने की मंजूरी मांगी गई थी.

हालांकि, एनएसई के सबसे बड़े प्रतिद्वंदी कंपनी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की लिस्टिंग फरवरी 2017 में हुई थी.

एबीएस/